Delhi News: भारी बारिश और बाढ़ की वजह से दिल्ली के बिगड़े हालात के बीच दिल्ली सरकार के मंत्रियों का यह कहना दिल्ली बैराज के सभी गेट न खुलने की वजह से हम पूरा पानी नहीं छोड़ पा रहे हैं, पर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri ) ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि हर साल बारिश होती है. उससे पहले सरकार को बारिश की तैयारियां करनी होती है. इन तैयारियों के बैराज ठीक से काम कर रहा है या नहीं, ये भी शामिल है.
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जी, अब आप कह रहे हैं कि आईटीओ बैराज के काम न करने की वजह से हम पानी छोड़ नहीं पा रहे हैं. मेरा सवाल है कि आप दिल्ली के सीएम किसलिए बने हो? इसके साथ ही उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल की तुलना महाभारत के एक ऐसे युवराज से कर दी, जिसकी वजह से बीजेपी सांसद का बयान सुर्खियों में हैं.
क्या कहा बीजेपी सांसद ने?
दक्षिणी दिल्ली से भारतयी जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि दिल्ली के बने बौने दुर्योधन अरविंद केजरीवाल जी बैराज के गेट काटने पड रहे. आईआईटी पढ़े लिखे सीएम सबको मालूम है, बरसात आनेवाली है. गेटों की सर्विस जांच भी केन्द्र सरकार ने करवानी थी क्या? तो क्या तुम किसलिए सीएम बने या LG साहब ने नही करवाने दी!
आप विधायक का पलटवार
बीजेपी सांसद के इस बयान पर उत्तर नगर से आप विधायक नरेश बाल्यान ने पलटवार किया है. आप विधायक ने कहा है कि गलती तुम्हारी नहीं है. अनपढ़ बदतमीज सांसद, ये बैराज हरियाणा सरकार का है, तो जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की होगी क्या? दरअसल, गुरुवार को दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि ITO ब्रिज बैराज के पांच गेट जाम हैं, जिसकी वजह से पूरा पानी नहीं निकल रहा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर गेटों को खोलने का पूरा प्रयास किया जा रहा है अगर वह नहीं खुलते हैं, तो उन्हें गैस कटर से काट दिया जाएगा. ताकि पानी जल्द से जल्द निकल सके. ये ITO बैराज हरियाणा सरकार का है. उनके विभाग को भी बता दिया गया है.
बारिश और बाढ़ ने खोल दी पोल
बता दें कि बता दें कि करीब एक सप्ताह से दिल्ली में रहने वाले दो करोड़ से ज्यादा लोग भारी बारिश, यमुना के जल स्तर में बढ़ोतरी और बाढ़ के कहर से परेशान हैं. इससे लोगों को राहत मिलने से पहले दिल्ली के बिगड़े हालात और आप सरकार की बेचारगी पर राजनीति का दौर शुरू हो गया है. ऐसा होना भी स्वभाविक था, क्योंकि बाढ़ ने सरकार की तैयारियों और विकास के कार्यों की पोल खोलकर रख दी है.
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