(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rapid Rail: साहिबाबाद-दुहाई के बीच अक्टूबर में शुरू होगा रैपिड रेल का ट्रायल, 37 मिनट में मेरठ से पहुंच जाएंगे दिल्ली, जानें- कब से कर सकेंगे सफर?
Regional Rapid Transit System: विनय कुमार सिंह ने कहा कि एनसीआरटीसी की योजना साहिबाबाद और दुहाई के बीच की दूरी को 55 मिनट में कवर करने के लिए 10 मिनट के अंतराल पर ट्रेनों का संचालन शुरू करने की है.
Regional Rapid Transit System: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) इस साल अक्टूबर में साहिबाबाद और दुहाई के बीच दिल्ली-मेरठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के 17 किमी लंबे कॉरिडोर पर ट्रायल रन शुरू करेगा. एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह (Vinay Kumar Singh) ने बताया कि कॉरिडोर पूरा हो जाने के बाद रैपिड रेल दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी 37 मिनट में तय कर सकेगी. उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर मार्च 2023 तक चालू हो जाएगा, जबकि 82 किमी लंबा पूरा कॉरिडोर जून 2025 तक तैयार होगा
विनय कुमार सिंह ने कहा कि एनसीआरटीसी की योजना साहिबाबाद और दुहाई के बीच की दूरी को 55 मिनट में कवर करने के लिए 10 मिनट के अंतराल पर ट्रेनों का संचालन शुरू करने की है. उन्होंने कहा, "हम अक्टूबर में ट्रायल रन शुरू करेंगे. हमारे बुनियादी ढांचे को 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों को संचालित करने के हिसाब डिजाइन किया गया है. हालांकि, ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलेंगी, लेकिन ट्रायल 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर होगी.
इस कॉरिडोर पर भी चल रहा है काम
सिस्टम के बारे में बताते हुए विनय कुमार सिंह ने कहा कि सभी ट्रेनें एक ही ट्रैक पर चलेंगी. कुछ क्षेत्रों में दूसरे ट्रेनों को बायपास करने के लिए व्यवस्था की गई है. यह सुविधा गाजियाबाद जैसे कुछ स्टेशनों पर बनाई गई है. सीमित संख्या में रुकने वाली ट्रेनों के संचालन से दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय में और कमी आएगी. उन्होंने बताया कि इसके अलावा दिल्ली-एसएनबी-अलवर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर पर भी काम चल रहा है.
डीबी इंडिया करेगी दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के संचालन और रखरखाव का काम
उन्होंने कहा कि दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी के बीच 107 किमी लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर भी सीमित संख्या में हॉल्ट वाली ट्रेनों के संचालन का प्रावधान होगा. कॉरिडोर की योजना इस तरह बनाई जी रही है कि कम हॉल्ट वाली ट्रेनें चला सकें. केवल 4-5 पड़ावों के साथ दिल्ली और एसएनबी के बीच 107 किमी की दूरी को कवर करने की योजना है. इससे औसत गति बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के संचालन और रखरखाव के काम को लेकर 12 सालों के लिए डीबी इंडिया को आउटसोर्स किया गया है.
दिल्ली में यहां बनेंगे आरआरटीएस स्टेशन
विनय कुमार सिंह ने बताया कि डीबी इंडिया ट्रेन ऑपरेटरों और स्टेशन प्रबंधकों आदि को काम पर रखेंगे. वे बुनियादी ढांचे के रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार होंगे. एनसीआरटीसी के अनुसार एक बार पूरा कॉरिडोर चालू हो जाने के बाद हर दिन सवारियों की संख्या लगभग 800,000 हो जाएगी. एनसीआरटीसी उन लोगों के लिए प्रत्येक ट्रेन में एक प्रीमियम कोच संचालित करने की योजना बना रहा है जो आरामदायक यात्रा के लिए अधिक भुगतान करने को तैयार हैं. दिल्ली में जंगपुरा, सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार में चार आरआरटीएस स्टेशन होंगे. निगम ने आनंद विहार, जंगपुरा और सराय काले खां में उपलब्ध खाली जमीन पर ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट का निर्णय लिया है.