Delhi News: दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर यानी साहिबाबाद-दुहाई सेक्शन का काम पूरा हो चुका है. अब इसके उद्घाटन की तैयारियां चल रही हैं. इसी बीच दिल्लीवालों के लिए खुशखबरी है कि इस कॉरिडोर के दिल्ली सेक्शन का काम भी काफी तेजी से चल रहा है और जल्दी ही इसे पूरा कर ट्रायल शुरू किया जाएगा. जिसके सफल होने पर इस सेक्शन पर भी यात्रियों के लिए रैपिडएक्स का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा.


जानकारी के अनुसार, दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के दिल्ली सेक्शन का काम 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है, और अगले एक साल में इसका काम पूरा हो जाने की संभावना है. जिसके बाद 2024 के अंत तक इस पर ट्रायल रन की शुरुआत की जाएगी. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने जून 2025 तक इस पूरे ट्रैक पर रैपिडएक्स चलाने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है, लेकिन काम मे तेजी को देखते हुए सम्भवना जाहिर की जा रही है कि उससे पहले ही ट्रैक पर रैपिडएक्स दौड़ती नजर आएगी.


NCRTC के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने कहा कि, दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ कॉरिडोर के दिल्ली सेक्शन पर भी हमारी कोशिश समय से पहले निर्माण कार्य खत्म करने की है. इससे हम अधिक बेहतर ढंग से ट्रेन के ट्रायल और परिचालन की तैयारी कर सकेंगे. तय लक्ष्य पर तो पूरे ट्रैक पर ट्रेन चलेगी ही, संभव हुआ तो पहले भी चलाई जा सकती है.


दिल्ली सेक्शन में चार स्टेशन


रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का 14 किलोमीटर का हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी में है, जबकि बाकी 68 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है. दिल्ली सेक्शन में पड़ने वाले 14 किलोमीटर के हिस्से में 9 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है, जबकि बाकी हिस्सा भूमिगत है. दिल्ली सेक्शन में चार स्टेशन, जंगपुरा, सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार हैं. जिनमें सराय काले ख़ां सबसे बड़ा स्टेशन होगा. यह टर्मिनल स्टेशन होगा और यहां पर सबसे ज्यादा छह प्लेटफॉर्म बनाये जाएंगे.


9 किलोमीटर हिस्सा है एलिवेटेड


बात करें एलिवेटेड सेक्शन की तो इस सेक्शन पर 75 प्रतिशत से अधिक पिलरों और आधे से ज्यादा हिस्सों में वायाडक्ट के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. सराय काले खां और न्यू अशोक नगर स्टेशन के बीच यमुना नदी पर पुल का निर्माण भी तेजी से चल रहा है. यमुना पर रैपिडएक्स का पुल, डीएनडी फ्लाइओवर के समानांतर बनाया जा रहा है. इसके लिए पिलर का निर्माण भी तेजी से हो रहा है. साथ ही खादर इलाके में वायाडक्ट का भी निर्माण किया जा रहा है. दिल्ली सेक्शन के इस पुल की लंबाई लगभग 1.5 किमी होगी. जिसका 626 मीटर का हिस्सा यमुना पर और बाकी हिस्सा दोनों तरफ के डूब क्षेत्र में होगा. पुल के लिए 32 पिलरों का निर्माण किया जा रहा है.


5 किलोमीटर का हिसा भूमिगत


वहीं इस कॉरिडोर का 5 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत होगा. जिसके लिए चार सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है. आनंद विहार से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन की ओर तीन किमी लंबी दो समानांतर सुरंगें और आनंद विहार से साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन की ओर दो किमी लंबी दो समानांतर सुरंगें बनाई जा रही हैं. इनमें से तीन सुरंग का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि चौथी का निर्माण अभी चल रहा है और उसके भी जल्दी ही पूरा हो जाने की संभावना है.


सराय काले ख़ां होगा बड़ा स्टेशन


इस कॉरिडोर के टर्मिनल स्टेशन सराय काले खां में कॉनकोर्स लेवल के लिए स्लैब कास्टिंग का कार्य 75 प्रतिशत से ज्यादा और प्लेटफॉर्म लेवल पर स्लैब कास्टिंग का कार्य आधे से ज्यादा पूरा हो चुका है. कॉनकोर्स लेवल पर क्रॉस-आर्म निर्माण पुरा हो चुका है. जबकि स्टेशन की छत का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा. यह स्टेशन 215 मीटर लंबा, 50 मीटर चौड़ा एवं 15 मीटर ऊंचा है. इसे दिल्ली-पानीपत और दिल्ली- अलवर कॉरिडोर से भी जोड़ा जाएगा. भविष्य में यह तीन रैपिडएक्स कॉरिडोर, मेट्रो और बस और रेल्वे स्टेशन का बड़ा केंद्र बनेगा. जिस कारण यहां भीड़ भी बहुत होगी, जिसे देखते हुए अभी से ही सारी व्यवस्थाओं को तैयार किया जा रहा है.