दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा राजेंद्र नगर में तीन छात्रों की मौत का मामला, मुआवजे के साथ जज से स्वतंत्र जांच की मांग
Delhi Rajendra Nagar Incidents: राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने राजेंद्र नगर हादसे को लेकर दिल्ली सरकार, एमसीडी और राव आईएएस कोचिंग सेंटर को पक्षकार बनाया है. पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे मांग की.
Delhi Rajendra Nagar News: दिल्ली के राजेंद्र नगर में आईएएस की तैयारी में जुटे तीन छात्रों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी की ओर से आप सरकार को निशाने पर लेने के बाद अब यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया है. राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने इस मसले को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है.
राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने अपनी याचिका में दिल्ली सरकार, एमसीडी और राव कोचिंग सेंटर को पक्षकार बनाया है. याचिका में छात्रो की सेफ्टी, सिक्योरिटी और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की गई है.
राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने सोमवार को दायर याचिका में राजेंद्र नगर घटना की हाई कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में इंडिपेंडेंट इंक्वारी की मांग भी की है. इसके अलावा, याचिकाकर्ता ने दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन बनाने का भी अनुरोध किया है.
'दिल्ली सरकार सबक लेने को तैयार नहीं'
इससे पहले दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा था कि लापरवाही के खिलाफ और इंसाफ के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों के साथ कांग्रेस खड़ी है. दिल्ली सरकार ने मुखर्जी नगर की घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया. यह बहुत ही गलत ट्रेंड है कि घटना के तुरंत बाद सरकार और सरकारी नुमाईदें तीन से चार दिन तक चर्चा और बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर उसका राजनीतिकरण करते हैं.
हाल ही में दिल्ली मेट्रो पटेल नगर स्टेशन गेट पर करंट लगने से मरने वाले निलेश राय की जांच की भी अभी तक कुछ नहीं हुआ. अब बेसमेंट की घटना पर आतिशी ने आनन-फानन में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि राजेंद्र नगर में बारिश का पानी राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भरने से तीन छात्रों की मौत हुई थी. अब इसको लेकर दिल्ली में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.
दिल्ली कांग्रेस ने इन्हें बताया तीन छात्रों की मौत का जिम्मेदार, कहा- 'इंसाफ के लिए...'