Delhi Ravan Dahan Timing: विजयादशमी या दशहरा बुराई पर अच्छाई का प्रतीक माना जाता है. भगवान राम की रावण पर विजय के रूप में यह त्यौहार मनाया जाता है. वहीं हिंदू ग्रंथों के अनुसार इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नाम के राक्षस का वध किया था. हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल विजयादशमी आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाई जाती है, इसी वजह से इसे विजयादशमी भी कहते हैं. इसी साल दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा.


12 अक्टूबर 2024 को दशहरे की शाम को रावण का दहन किया जाएगा. इसका सबसे उत्तम शुभ मूहूर्त 5 बजकर 53 मिनट से शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, रावण दहन सूर्यास्त से लेकर ढाई घंटे तक किया जा सकता है. इस समय को प्रदोष काल कहा जाता है.  


शस्त्र पूजन का शुभ मूहूर्त क्या रहेगा?
दशहरे पर शस्त्र पूजा करने का भी विधान है, जो शुभ विजय मुहूर्त में की जाती है. इसका शुभ मुहूर्त दोपहर 2:02 मिनट से शुरू होगा, जो दोपहर 2: 48 तक रहेगा. शुभ विजय मुहूर्त की अवधि लगभग 46 मिनट तक रहने वाली है.


इस बार दशहरे पर 4 दुर्लभ संयोग
12 अक्टूबर को मनाये जाने वाले दशहरे पर इस बार 4 दुर्लभ संयोग बन रहे हैं. दशहरे पर श्रवण का संयोग बन रहा है जो बहुत शुभ माना जाता है. श्रवण नक्षत्र 12 अक्तूबर को सुबह 5:25 मिनट से शुरू होगा जो 13 अक्टूबर को सुबह 4:27 मिनट पर खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही कुंभ राशि में शनि शश राजयोग, शुक्र और बुध लक्ष्मी नायायण योग के साथ शुक्र मालव्य नामक राजयोग का निर्माण कर रहे हैं.


मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है दशहरा
दशहरे को मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है. इस दिन गृह प्रवेश, घर या दुकान का निर्माण, नामकरण, यज्ञोपवीत संस्कार, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, भूमि पूजन और यज्ञोपवीत संस्कार के कार्यों को शुभ माना जाता है. इसके अलावा विवाह संस्कार को दशहरे के दिन निषेध माना जाता है.


यह भी पढ़ें: Navratri 2024: अरविंद केजरीवाल ने लोगों को दीं नवरात्रि की शुभकामनाएं, जानें क्या कहा?