Republic Day 2023 India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 मार्च, 2017 को एक ट्वीटकर खुद को देश का प्रधानसेवक बताया था. उनके इस ट्वीट ने देश और दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं. इस बार रिपब्लिक डे परेड (Republic Day Parade) के दौरान कर्तव्यपथ (Kartavyapath) पर सभी को कुछ वैसा ही नजारा देखने को मिलेगा. दरअसल, केंद्र सरकार ने एक नया फैसला लिया है, जिसकी चर्चा हो रही है. फैसला यह है कि इस बार रिपब्लिक डे के दिन कर्तव्यपथ पर सबसे आगे वीवीआईपी (VVIP Culture) नहीं बल्कि, मजदूर (Shramjeevee), रिक्शवाले, ठेलेवाले व श्रमजीवी श्रेणी में आने वाले अन्य लोग बैठेंगे. रिपब्लिक भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, जब हाड़तोड़ मेहनत कर किसी तरह जिंदगी गुजर करने वाले लोगों को सबसे आगे यानि फ्रंट लाइन में बैठने का मौका मिलेगा.
खास बात यह है कि गणतंत्र दिवस 2023 (Republic Day 2023) समारोह में इस बार फ्रंट लाइन रो में VVIP नहीं बल्कि रिक्शा चालकों से लेकर सब्जी वालों के लिए आरक्षित रखा गया है. इन श्रमजीवियों में वो लोग भी शामिल हैं जिन्होंने सेंट्रल विस्टा बनाने में मदद की. ताजा अपडेट के मुताबिक जिन श्रमिकों ने सेंट्रल विस्टा बनाने में मदद की उनके परिवार, कर्तव्य पथ के रख-रखाव करने वाले कर्मचारी, रिक्शा चालक, छोटे किराने वाले और सब्जी बेचने वाले मुख्य मंच के सामने आगे की सीट पर बैठेंगे. केंद्र के इस फैसले का मकसद गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों में आम लोगों की भागीदारी को बढाना है.
मिस्र के राष्ट्रपति के साथ मार्चिंग दल लेगा परेड में भाग
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में एक विशेष बात देखने को मिलेगा कि गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति के साथ उनके देश के 120 सदस्यीय मार्चिंग दल भी परेड में भाग लेंगे. यहां पर जिक्र कर दें कि सितंबर 2022 में पुनर्निर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के उद्घाटन के दौरान जिस स्थल को पहले राजपथ कहा जाता था, उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया था. उसके बाद यह पहली गणतंत्र दिवस परेड है. यानि इस बार गणतंत्र दिवस कर्तव्यपथ पर मनाया जाएगा.
आईएल-38 विमान पहली बार परेड होगा शामिल
इस बार रिपब्लिक डे कार्यक्रम में पहले कम यानि 42 हजार लोग इसमें शामिल होंगे. इनमें 9 राफेल और IL-38 समेत कुल 50 विमान हिस्सा लेंगे. आईएल-38 विमान को इस बार पहली और अंतिम बार परेड में प्रदर्शित किया जाएगा. 50 विमानों में 4 विमान थलसेना के भी शामिल होंगे.
बता दें कि पीएम मोदी की सरकार ने सरकारी समारोहों में आम आदमी के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने पर जोर दिया है. साल 2022 में गणतंत्र दिवस परेड में ऑटोरिक्शा चालकों, निर्माण श्रमिकों, सफाई कर्मचारियों और श्रमिकों को समारोह में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया गया था.
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