Republic Day 2023: पूरा देश आज गणतंत्र दिवस (Republic Day) का जश्न मना रहा है. आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में इस गणतंत्र दिवस के मौके पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया है. पूरे देश में राष्ट्र ध्वज तिरंगा शान से लहरा रहा है. इस राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर पूरा देश तिरंगामय हो गया है. जगह-जगह समारोह आयोजित किए जा रहे हैं. इस समारोहों में गणमान्य लोग भाषण दे रहे हैं. भाषण में कई गणतंत्र की 73वीं सालगिरह मनाने की बात कह रहे हैं तो कई 74वीं. वे गणतंत्र की सालगिरह और गणतंत्र दिवस के बारीक अंतर पर ध्यान नहीं दे पा रहे.
दिवस और सालगिरह में ये है अंतर
सबसे पहले तो ये जानते हैं कि गणतंत्र दिवस मनाया किस उपलक्ष्य में जाता है. वास्तव में 1947 में जब देश स्वतंत्र हुआ तो उसके बाद शासन प्रणाली कैसी हो इसके लिए अपने देश के शासन को चलाने के लिए संविधान की रचना की गई. 26 जनवरी 1950 को भारत का अपना संविधान लागू हुआ. यानी 26 जनवरी 1950 को भारत में इस संविधान के माध्यम से देश पर भारतीय जनता का शासन शुरू हुआ. इस तरह पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मना.
1951 को मनी गणतंत्र की पहली सालगिरह
इसके बाद दूसरा गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी 1951 को मनाया गया. इस तरह भारत का गणतंत्र एक साल का हुआ और गणतंत्र की पहली सालगिरह मनाई गई. ठीक उसी तरह जैसे किसी बच्चे के जन्म के बाद एक साल के होने पर उसका पहला बर्थडे मनाया जाता है. इस तरह जब गणतंत्र दिवस समारोह की बात करेंगे तो 74 वां कहा जाएगा और सालगिरह या वर्षगांठ की बात कहेंगे तो 73 वां होगा.
1935 का गवर्ममेंट ऑफ इंडिया एक्ट खत्म हुआ
वास्तव में अंग्रेज भारत पर शासन 1935 के गवर्ममेंट ऑफ इंडिया एक्ट से करते थे जिसे यूनाइटेड किंगडम की संसद ने स्वीकार किया था. इस एक्ट को ब्रिटेन के राजा की स्वीकृति वर्ष 1935 के अगस्त माह में मिली थी. इसी को खत्म कर भारत का अपना संविधान 1950 लागू किया गया था.