Delhi News: गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह पर सुरक्षा के लिए जमीन से लेकर आसमान तक बंदोबस्त किए गए हैं. सुरक्षा के लिए सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों का पहरा रहेगा. ये पहरा मुख्यतः चार लेयर्स में रहने वाला है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सुरक्षा के लिए तकनीक का खास इस्तेमाल किया है. जिसके लिए एफआरएस यानी फेस रिकॉग्निशन सिस्टम सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो एक ऐसे सर्वर से अटैच हैं जिसमें कई हजार संदिग्धों, आतंकियों और अपराधियों की फोटो हैं. जो कोई भी व्यक्ति समारोह में दर्शक के तौर पर जाएगा, उसे कैमरा के सामने खड़े होना पड़ेगा. कैमरा दर्शक का चेहरा स्कैन करेगा. अगर चेहरा रिकॉर्ड में शामिल किसी चेहरे से मिलान करता है तो उसे पकड़ कर पूछताछ की जाएगी.
दिल्ली पुलिस डीसीपी ने बताया कि लुटियन जोन में होने वाली परेड पर कई पॉइंट्स पर हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे एफआरएस तकनीक से लैस हैं, जिनमें हज़ारों टेररिस्ट और अपराधियों का डाटा फीड है. इन कैमरों के जरिए लुटियन जोन में अलग-अलग जगहों पर बनाए गए कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है. समारोह स्थल पर जो भी आएगा वह हाई डेफिनेशन कैमरों की नजर से बच नहीं सकता. यदि सीसीटीवी कैमरे में किसी ऐसे व्यक्ति का चेहरा स्कैन करता है, जिसका चेहरा संदिग्ध/आतंकी या अपराधी से मिलता है तो फिर लैपटॉप में उस चेहरे पर लाल निशान लग जाएगा. जिसके बाद कंट्रोल रूम से अलार्म बजाकर उस पॉइंट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को जानकारी दे दी जाएगी. इसके अलावा परेड रूट पर कर्तव्य पथ पर 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे और पूरे रुट पर 1000 से ज्यादा कैमरे लगाए गए हैं.
28 जोन में बंटे परेड रूट
विजय चौक से लालकिले पर पूरे परेड रूट को 28 ज़ोन में बांटा गया है, और हर एक ज़ोन की जिम्मेदारी डीसीपी स्तर के अधिकारी को सौपी गई है, पूरे परेड रूट पर दिल्ली पुलिस के 8000 जवानों को तैनात किया गया है. स्पेशल सीपी (लॉ एंड आर्डर) मधुप तिवारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर किसी भी तरह के हवाई हमले से बचने के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है. ऐसे में 10 कैमरे लुटियन जोन की ऊंची इमारतों पर तैनात किए गए हैं. इसमें एंटी एयरक्राफ्ट तकनीक से लैस गन भी हैं.
दिल्ली पुलिस के 14000 जवान रहेंगे तैनात
स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने बताया कि लुटियन जोन में परेड की सुरक्षा के सबसे बाहरी लेयर में दिल्ली पुलिस के लगभग 14000 जवान शामिल रहेंगे, जिनमें दिल्ली पुलिस के थाने का स्टाफ, अतिरिक्त कंपनियां, क्विक रिस्पांस टीम व्हीकल्स, स्वैट कमांडो व्हीकल्स, बम डिटेक्टिव टीम, और ट्रैफिक पुलिस के जवान शामिल होंगे. नई दिल्ली की ऊंची इमारतों पर रात से स्नाइपर यानी निशानेबाज कमांडो तैनात कर दिए जाएंगे, जिनकी संख्या लगभग 100 होगी.
77 हजार दर्शक देखेंगे लाइव परेड
मधुप तिवारी ने कहा कि दिल्ली तीन राज्यों से बॉर्डर शेयर करती है. रिपब्लिक डे परेड को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर्स पर चेकिंग बड़ा दी है. साथ ही दिल्ली के बड़े बाजारों और भीड़ भाड़ के इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है. इस बार रिपब्लिक डे परेड को देखने के लिए रिकॉर्ड 77 हज़ार दर्शक कर्तव्य पथ पर पहुंच रहे हैं. आम जनता की सुविधा के लिए दिल्ली पुलिस ने मिसिंग पर्सन बूथ, हेल्प डेस्क, फर्स्ट एड काउंटर, मोबाइल टॉयलेट बनाए हैं दि दर्शकों से अपील की गई है कि वे सुबह 8:30 से पहले अपनी सीट पर बैठ जाएं.
सील कर दिए जाएंगे बॉर्डर्स
25 जनवरी की रात 10 बजे से दिल्ली के बॉर्डर्स सील कर दिए जाएंगे. 26 जनवरी की सुबह से सिक्योरिटी चेक होंगे जिस वजह से ट्रैफिक स्लो रहेगा. दर्शकों के रिपब्लिक डे परेड के पास में पार्किंग की जानकारी होगी. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस दर्शको से अपील कर रही है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करे. परेड खत्म होने के बाद दर्शक जल्दबाजी न करे, अपनी बारी आने पर ही बाहर निकले जिससे किसी को भी असुविधा न हो.