Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की तैयारियां की जा रही हैं. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि रिपब्लिक डे और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में अर्धसैनिक बलों की 60 से अधिक कंपनियां तैनात की जाएंगी. इसके साथ ही 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर लगाए जाएंगे. 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक स्पेशल पुलिस कमिश्नर (कानून एवं व्यवस्था) रवींद्र यादव ने कहा कि साइबर एक्सपर्ट अधिकारियों की भी तैनाती होगी. इसके अलावा व्यस्त इलाकों में निगरानी बढ़ाने के साथ ड्रोन और सीसीटीवी के जरिए दिल्ली की निगरानी की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा के लिए विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ को-ऑर्डिनेशन बैठक की. 


अर्धसैनिक बलों और साइबर एक्सपर्ट की तैनाती की मंजूरी


उन्होंने ये भी बताया कि इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने की. बैठक में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया. स्पेशल सीपी यादव ने कहा, ''आगामी गणतंत्र दिवस समारोह और विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के लिए गृह मंत्री ने कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों और साइबर-विशेषज्ञ अधिकारियों की तैनाती को मंजूरी दे दी है.''


दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता


स्पेशल सीपी ने आगे कहा कि बैठक के दौरान, अधिकारियों ने अलग-अलग मामलों पर खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान किया और आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत करने का संकल्प लिया, जिसमें बॉर्डर पर जांच, संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन, किरायेदार स्क्रीनिंग, सीमाओं को सील करना, गाड़ियों की जांच और कैश की निगरानी करना शामिल है. नई दिल्ली, मध्य दिल्ली और उत्तरी दिल्ली के डीसीपी ने अधिक आवाजाही वाले क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है.


AI कैमरे से नजर


पुलिस अधिकारी रवींद्र यादव यादव ने ये भी कहा, ''सुचारू चुनाव सुनिश्चित करने के लिए टीमें अपराधियों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं, चाहे वे जेल में हों या बाहर. अपराधियों की गिरफ्तार भी हो रही है. अब तक, पुलिस टीमों ने 3,000 से अधिक संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों और क्षेत्रों की पहचान की है.


गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सुरक्षा स्टिकर दिए जाएंगे और लगभग 500 हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे, जिनमें चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) वाले कैमरे भी शामिल हैं. ये परेड रूट और आस-पास के क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं.


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