Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) ने गुरुवार को कुख्यात सीरियल रेपिस्ट किलर रविंद्र कुमार (Ravinder Kumar) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. आरोपी को 6 साल की बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दरिंदगी करने के बाद हत्या के आरोप में सजा सुनाई गई. बताया जा रहा है की आरोपी ने 2008 से 2015 के बीच 7 साल के दरम्यान 30 मासूम बच्चियों का रेप कर उनकी हत्या कर दी थी. हालांकि उसके खिलाफ तीन मामलों के ही ट्रायल हुआ था और वर्तमान मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई.
जज ने कहा- 'ये दया के लायक नहीं'
कोर्ट ने बच्ची के दुष्कर्म व हत्या के मामले में रविंद्र को 6 मई को पॉक्सो अधिनियम की धारा 6 के तहत अपराधों और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376, और 302 के तहत दोषी करार दिया था. उसने करीब 30 बच्चों से हत्या व दुष्कर्म की बात स्वीकार की थी. अदालत ने कहा कि दोषी ने नृशंसता पूर्वक बलात्कार और हत्या की. यह कृत्य इतना वीभत्स और अमानवीय था कि दोषी अदालत से किसी भी तरह की दया या सहानुभूति के लायक नहीं है. दोषी ने नृशंसता पूर्वक बलात्कार और हत्या की. न्यायाधीश ने सबूतों को ध्यान में रखते हुए कहा कि मौका ए वारदात पर संघर्ष के बहुत सारे सबूत मिले थे, जिससे पता चलता है कि पीडि़ता ने रविंदर का विरोध किया था.
ड्रग्स लेने के बाद बच्चियों को बनाता था शिकार
रवींद्र मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और दिल्ली में मजदूरी करता था. बताया जाता है कि दिल्ली में रहते हुए वह ड्रग्स लेने लगा और वह पोर्न फिल्म देखने का भी आदी हो चुका था. तब 18 साल का रहा रवींद्र ड्रग्स और पोर्न की लत में छोटे बच्चों को शिकार बनाने लगा. एक के बाद एक 30 बच्चियों को किडनैप करके उसने पहले उन्हें अपनी हवश का शिकार बनाया और फिर उनकी हत्या कर देता था.
तलाश के लिए एक बार 40 KM चला
रवींद्र उत्तर प्रदेश के कासगंज से दिल्ली में अपनी मां के साथ आया था. उसकी मां घरेलू नौकर थी, जबकि पिता प्लंबर का काम करते थे. दिल्ली में आने के कुछ दिनों बाद ही रवींद्र ड्रग्स का नशा करने लगा था. वह दिन में मजदूरी करता था और रात को नशा करने के बाद पोर्न देखकर छोटे बच्चियों की तलाश में निकल पड़ता था. पुलिस ने खुलासा किया कि एक बार शिकार ना मिलने पर वह किसी मासूम की तलाश में पूरी रात में 40 किलोमीटर चला था. पुलिस ने 2014 में उसे 6 साल की एक बच्ची से रेप और हत्या के केस में गिरफ्तार किया था. उसने ज्यादातर रेप दिल्ली-NCR और पश्चिमी यूपी के इलाकों में किए थे. सबसे पहले उसने 2008 में एक बच्ची का रेप कर उसे मार दिया था. पहली बार अपराध करके पकड़े नहीं जाने पर उसकी हिम्मत बढ़ गई. फिर यह उसका रोज का सिलसिला बन गया था.
नोट और टॉफी का देता था लालच
रविंदर ने पुलिस को बताया कि वह बच्चों को पास बुलाने के लिए 10 रुपए के नोट या टॉफी का लालच देता था. फिर उन्हें पकड़कर सुनसान इलाके में ले जाता था. वहां वह उनका रेप करता और बाद में उनकी हत्या कर देता। दोषी ने अपने बयान में बताया कि उसने 7 सालों में 6 से 12 साल की उम्र के बच्चियों का रेप किया था.
2014 में पहली बार पकड़ा गया आरोपी
रवींद्र को पुलिस ने पहली बार 2014 में पकड़ा था. उस पर 6 साल की बच्ची के अपहरण, हत्या की कोशिश और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया गया था. हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था. इसके बाद 2015 में 6 साल की बच्ची के अपहरण के केस में जांच कर रही पुलिस ने दर्जनों CCTV कैमरों की फुटेज को खंगालने और मुखबिरों से मिली सुचना के बाद रोहिणी में सुखबीर नगर बस स्टैंड के पास से उसे उसे गिरफ्तार किया था.
ये भी पढ़ें:- एलजी के पास पहुंची अरविंद केजरीवाल के बंगले वाली फाइल, 52 करोड़ खर्च का दावा, इस आदेश के खिलाफ हुआ निर्माण कार्य