Indresh Kumar News: दिल्ली में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. यह त्योहार जीवन में खुशियां लेकर आती है, लोग एक दूसरे के साथ मिलकर इस त्योहार का आनंद उठाते हैं. दिवाली की धूम के बीच RSS नेता इंद्रेश कुमार दीपक जलाने के लिए हज़रत निज़ामुद्दीन दरगाह पहुंचे.


मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने कहा कि वो यहां पर एकता का संदेश देने पहुंचे हैं और धनतेरस के मौक़े पर उन्होंने यहां पर सभी की ख़ुशहाली और एकता के लिए प्रार्थना की है.


उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं सब ख़ुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ें और धर्मों में कट्टरता ख़त्म हो. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारा दुश्मन नहीं दोस्त बने और चीन भी मानसरोवर छोड़कर हमारे साथ आये. उन्होंने कहा कि वो सभी धर्मों के पवित्र स्थानों पर गये हैं लेकिन इससे उनकी आइडेंटिटी को कोई ठेस नहीं पहुंची.


'बटेंगे तो कटेंगे' को लेकर चल रहे विवाद पर ABP News से बातचीत में इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर बापू होते तो उनकी आंखें छलक उठती, 1947 में देश बंटा था तो हमने देखा क्या हुआ. उन्होंने कहा इस बयान को देश के लिए देखा जाना चाहिए, ऐसे देखा जाना चाहिए कि हिंदुस्तानी नहीं बटेंगे. कुछ लोग इस तरह के बयान से भड़काने की कोशिश करते हैं तो वो शैतानी काम है.


इंद्रेश कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि अयोध्या और प्रयागराज का नाम फ़ैज़ाबाद और इलाहाबाद से बदलने पर वहां इकोनॉमिक प्रोग्रेस ज़्यादा हुई है. इन नामों से वहां श्रद्धालु आते हैं और इसे आर्थिक पैमाने से देखना चाहिए.


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