Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन की राजधानी कीव ( Kyiv ) में एक भारतीय छात्र ( Indian Student in Kyiv ) गोली लगने से घायल हो गया है. घायल छात्र की पहचान हरजोत सिंह (Harjot Singh) के तौर पर हुई है और वह दिल्ली के छतरपुर (Chhatarpur) का रहने वाला है. हरजोत सिंह इस वक्त यूक्रेन में है जहां पर उनका इलाज चल रहा है और उनका परिवार दिल्ली में ही अपने बेटे का इंतजार कर रहा है. एबीपी न्यूज़ ने हरजोत सिंह के परिवार से खास बातचीत की और उनका दर्द जाने की कोशिश की.


दिल्ली के छत्तरपुर एक्सटेंशन में रहने वाले हरजोत सिंह के परिवार में उनके माता-पिता, बड़ा भाई-भाभी और एक छोटा भतीजा है. परिवार वालों को जब यह पता चला कि हरजोत सिंह को यूक्रेन में गोलियां लगी है तो सभी लोग बहुत परेशान हो गए.


हरजोत के माता-पिता ने बताया कि 27 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव में उनके बेटे को 4 गोलियां लगीं थीं. दरअसल वो यूक्रेन से किसी दूसरे देश जाना चाहते थे, लेकिन वहां से निकलने की कोई सुविधा नहीं थी. उन्हें मेट्रो में नहीं चढ़ने दिया गया, जिसके बाद उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ एक कैब बुक की. उस दौरान कैब के प्राइस 2 से 3 गुना ज्यादा थे लेकिन सभी दोस्तों ने एक कैब की और उसके जरिए वहाँ से निकलने की योजना बनाई.


पिता केसर सिंह ने बताई यह बात
हरजोत सिंह के पिता केसर सिंह ने बताया जब वह लोग कैब से जा रहे थे, और एक जगह रास्ते में चेकिंग के दौरान जब वह गाड़ी से निकले तो उन लोगों पर किसी ने फायरिंग शुरू कर दी और इस दौरान हरजोत को 4 गोलियां लगी. एक गोली उनके सीने में और दूसरी गोली कमर में और दो गोली उनके पैर में लगी. पिता ने कहा कि उसका पैर भी फ्रैक्चर हो गया है और गोली लगने के बाद हरजोत काफी समय तक बेहोश पड़े रहे थे. जब उनकी आंख खुली तो वह एक अस्पताल में थे. उन्होंने बताया कि 2 मार्च को उन्हें होश आया जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले अपने घर पर फोन किया और इस पूरी घटना के बारे में बताया.


हरजोत सिंह के परिवार वालों ने बताया कि पिछले साल उनका बेटा लैंग्वेज की पढ़ाई करने के लिए कीव गया था. उसकी उम्र 31 साल है और उसने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से बीएससी की है. हरजोत के पिता ने बताया कि 3 महीने पहले यूक्रेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए गया था और पिछले महीने उनकी जब हरजोत से बात हुई थी तो उन्होंने उसे वापस आने के लिए भी कहा था लेकिन फिर फरवरी के अंत में अचानक युद्ध शुरू हो गया और वहां के हालात बहुत खराब हो गए जिसके बाद हरजोत वहीं पर फंस गए.


मां ने सरकार लगाई गुहार
हरजोत की मां ने एबीपी न्यूज़ के जरिए भारत सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि उनके बेटे को जल्द से जल्द वापस लाया जाए. उनकी मां ने सरकार से अपील की कि उनका बेटा चल फिर नहीं सकता लिहाजा भारत सरकार कुछ ऐसा प्रयास करें कि उसको सही सलामत दिल्ली लाया जा सके. हरजोत के पिता ने कहा कि सरकार की ओर से चलाया जा रहा ऑपरेशन गंगा सराहनीय है और वह उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उनका बेटा भी वापस लाया जाएगा.उनके पिता ने कहा कि उन्होंने भारत में यूक्रेन दूतावास से संपर्क किया तो अधिकारियों ने हरजोत को सही इलाज दिए जाने की व्यवस्था करवाई.


फिलहाल वह इस वक्त कीव सिटी हॉस्पिटल में भर्ती हैं जहां पर उनका इलाज चल रहा है. केसर सिंह ने कहा कि वह सरकार से अपील करते हैं कि उनके बेटे को जल्द से जल्द वापस लाया जाए.


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