अभियान के दौरान अंगदान करने वाले परिवारों के लिए विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया और चिकित्सा अधीक्षक की तरफ से उन्हें सम्मानित भी किया गया. इस जन जागरूकता अभियान के दौरान विभिन्न प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं जैसे अस्थि प्रत्यारोपण, गुर्दे का प्रत्यारोपण, कॉर्निया प्रत्यारोपण, हृदय प्रत्यारोपण, त्वचा बैंक पर शैक्षणिक सत्रों का आयोजन किया गया.
छात्रों ने किया अंगदान पर नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन
वहीं, लोगों को जागरूक बनाने के लिए एमबीबीएस छात्रों ने नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया. अंगदान से संबंधित विषयों पर लोगों की जानकारी की जांच और उसमें सुधार के लिए क्विज का भी आयोजन किया गया. जबकि अभियान के अंतिम दिन विभिन्न कार्यक्रमों के निर्णायकों, विजेताओं और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया. अभियान की सफलता के लिए इसमें चिकित्सा पेशेवरों और छात्रों के साथ आम जनता को भी शामिल किया गया था, जिससे अंगदान और इसकी जीवन-रक्षक क्षमता के बारे में अधिक समझ पैदा हुई.
'अभियान से लोगों ने अंगदान के महत्व को समझा'
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ वंदना तलवार ने इस अभियान के सफल आयोजन के लिए ODTCC टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस पहल ने अंगदान के महत्व के बारे में लोगों की समझ को काफी बढ़ाया है. उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि ये अभियान अंगदान की प्रतिज्ञाओं में वृद्धि करेगा और भविष्य में कई लोगों की जान बचाएगा. उन्होंने पिछले छह महीनों में 4 शवों के दान के सफल समापन के बारे में भी बताया, जिससे कई लोगों को लाभ मिला.
'लोगों ने अंगदान जीवन-रक्षक क्षमता के बारे में जाना'
डॉ वंदना तलवार ने कहा, "अंगदान और प्रत्यारोपण समन्वय समिति की प्रभारी के रूप में, मुझे हमारे अंगदान जन जागरूकता अभियान के प्रभाव पर गर्व है. इस अभियान के माध्यम से, हमने अनगिनत व्यक्तियों को अंगदान की जीवन-रक्षक क्षमता के बारे में शिक्षित किया है. हमने पूछताछ और प्रतिज्ञाओं में उत्साहजनक वृद्धि देखी है. लेकिन, हमारा काम यहीं नहीं रुकता, हम अपने समुदाय में अंगदान की एक मजबूत संस्कृति बनाने के लिए इस गति को बनाए रखेंगे.
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