Asaduddin Owaisi on Sammed Shikhar: झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) जिले में जैन समाज (Jain Community) के तीर्थस्थल सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली (Delhi) के शालीमार बाग (Shalimar Bagh) इलाके में रविवार को सकल जैन समाज से जुड़े लोगों ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने का विरोध किया. इस फैसले का जैन समाज देश भर में विरोध कर रहा है. इस मामले पर एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.


उन्होंने ट्वीट किया, "हम इस जैन समुदाय के विरोध का समर्थन करते हैं और झारखंड सरकार को इस फैसले को रद्द करना चाहिए." इसके साथ ही एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात के पालीताना में उनके मंदिर में तोड़फोड़ की घटना पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है.



जैन समाज के लोग बोले- हम आंदोलन जारी रखेंगे
वहीं दिल्ली में विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बताया, "सम्मेद शिखर तीर्थ क्षेत्र है. सरकार का नोटिफिकेशन आया है, जिसमें इसको पर्यटन स्थल घोषित कर दिया गया है. हम सरकार को कहना चाहते हैं कि यह एक अहिंसक धर्म है, अगर इसे वापस नहीं लिया गया तो हम आंदोलन जारी रखेंगे और सरकार से मांग करते हैं कि पर्यटन स्थल वापस लिया जाए.


मुंबई में भी जैन समाज के लोगों ने किया प्रदर्शन
लोगों ने कहा कि पर्यटन स्थल हो जान के बाद वहां हर तरह के लोग जाएंगे और हमारे पवित्र स्थल की पवित्रता भी खत्म हो जाएगी. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के मुंबई में भी जैन समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया है. लोगों का कहना है कि गुजरात में स्थित मंदिर पालीताना और गिरनार पर कथित तौर से अतिक्रमण हो रहा है, जिससे उनकी आस्था को ठेस पहुंच रही है. इसके अलावा झारखंड में स्थित सम्मेद शिखर को सरकार ने पर्यटन स्थल घोषित किया है, जिससे उन्हें डर है कि यहां लोग आकर ऐसी हरकतें कर सकते हैं, जिसकी वजह से उनकी आस्था को ठेस पहुंचेगा.


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