Sanjay Singh On Lateral Entry Controversy: केंद्र सरकार ने विवाद के बीच मंगलवार (20 अगस्त) को यूपीएससी को ‘लेटरल एंट्री’ से संबंधित विज्ञापन वापस लेने का निर्देश दे दिया. इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने हमला बोलते हुए कहा है कि लेटरल एंट्री रद्द करने का फ़ैसला तात्कालिक दिखावा है.
आप सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ''सावधान हो जाइए BJP की राजनीति देश से ख़त्म करिए वर्ना आरक्षण ख़त्म हो जायेगा, संविधान ख़त्म हो जायेगा.लेटरल एंट्री रद्द करने का फ़ैसला तात्कालिक दिखावा है.4 राज्यों के चुनावों के बाद IAS में आरक्षण ख़त्म होगा.''
उन्होंने कहा, ''बीजेपी देश में आरक्षण को खत्म करना चाहती है. पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान हमलोगों ने एक-एक रैलियों और सभाओं में देश की जनता को जागरुक किया और यही कारण था कि बीजेपी 240 पर रूक गई. 400 सीट तो छोड़िए अगर 300 सीट आ जाता तो आज भारत के संविधान को खत्म करने की प्रक्रिया शुरु हो जाती.
आप नेता ने आगे कहा, ''आरक्षण खत्म करने की प्रक्रिया पूरी तरीके से शुरू हो जाती. आपने इनको 240 पर रोका लेकिन फिर भी बीजेपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है. इनका एकमात्र मकसद है आरक्षण को खत्म करना. सफाईकर्मियों का आरक्षण आउटसोर्सिंग करके खत्म कर दिया. सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी अलग-अलग जगहों पर आउटसोर्स करके खत्म कर दिया.''
संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ''चपरासी, क्लास थ्री, क्लास फोर की नौकरी सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग के नाम पर खत्म कर दिया. एक सबसे बड़ी नौकरी थी, जिसमें दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की भागीदारी होती थी, उसमें आरक्षण खत्म कर दिया. लेटरल एंट्री के जरिए सीधे आईएएस बनाए जाएंगे. पीएम मोदी ने लेटरल एंट्री के जरिए अब तक 63 आईएएस बनाए हैं.
उन्होंने कहा, ''देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने ये गुनाह किया है. बीजेपी बेनकाव हो चुकी है. 63 आईएएस बिना आरक्षण के भर्ती किए गए हैं. अभी 45 और ऐसे आईएएस की भर्ती करने के लिए पिछले दरवाजे से इन्होंने विज्ञापन निकाला.
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