संजय सिंह ने फिर SMA से पीड़ित बच्ची को बचाने की सभी से की अपील, किया ये ऐलान
Delhi News: संजय सिंह के अनुसार जैशवी के पिता आईएएफ में जॉब करते हैं. इस इलाज को DCGI के द्वारा भारत में स्वीकृत न होने के कारण सैनिक अस्पताल से इलाज कराना संभव नहीं है.
Delhi Latest News: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शनिवार को एक बार फिर स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA) नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों की जिंदगी को बचाने के लिए आम लोगों सहित सरकार से सहयोग की अपील की है. उन्होंने 10 महीने की जैशवी के लिए लोगों से आगे आने को कहा है.
जैशवी के पिता भारतीय वायु सेना में जॉब करते हैं. इस इलाज को DCGI के द्वारा भारत में स्वीकृत न होने के कारण इस बेटी को ये इलाज सैनिक अस्पताल से नहीं मिला पा रहा है.
जैशवी यादव नौ महीने की मासूम बच्ची स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA) टाईप 1 जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रही है। इस बेटी के इलाज के लिए 10 करोड़ रुपए की आवश्यकता है।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) November 1, 2024
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इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपये
दरअसल, 10 महीने की जैशवी यादव गंभीर बीमारी से पीड़ित है. डॉक्टरों ने कहा है कि उसका दो साल से अधिक जीवन नहीं है. जैशवी का बचना मुश्किल है. इस बच्ची को एसएमए टाइप वन (SMA Type 1) की बीमारी है. इसके लिए बहुत महंगा इंजेक्शन लगता है. इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपये है.
संजय सिंह के अनुसार टैक्स में छूट के बाद भी ये इंजेक्शन 10 करोड़ का पड़ता है. एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए इतना पैसा जुटाना नामुमकिन होता है. ऐसे लोगों के लिए अब तक कई लोग समाने भी आए. लोगों से डोनेशन मिलता है तो ऐसे लोगों की जिंदगी बच जाती है, लेकिन लोगों का सहयोग नहीं मिला तो बच्चों को बचाना मुश्किल है.
जैशवी को अभी तक मिला 1.5 करोड़
जैशवी को 1.5 करोड़ तक का डोनेशन मिल चुका है. बाकी पैसों के लिए डोनेशन की मांग कर रहे हैं. सभी लोग अगर अपनी क्षमता के हिसाब से पैसे देंगे तो इस बच्ची को बचाया जा सकता है.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि अपनी तरफ से 1 लाख रूपये का सहयोग अपनी सेलरी अकाउंट से इनको दे रहा हूं. आने वाले संसद के सत्र में इस मुद्दे को उठाऊंगा. संसद में मांग करूंगा कि सरकार ऐसे बच्चों का जीवन बचाने के लिए सामने आये.