Manmohan Singh Last Rites: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक स्थल को लेकर राजनीति चरम पर पहुंच गया है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सांसद संजय सिंह ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने स्मारक विवाद को दुभाग्यपूर्ण करार दिया है. 


संजय सिंह के मुताबिक, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें इस बारे में बात भी करनी पड़ रही है. इससे पता चलता है कि सरकार की सोच कितनी घिनौनी है. मैं पीएम नरेंद्र मोदी से पूछना चाहता हूं कि आप पीएम मनमोहन सिंह को राजघाट परिसर में अंतिम संस्कार के लिए जगह देने को तैयार क्यों नहीं हैं?" 






उन्होंने कहा, ''यह पार्टी खुद को सबसे सुसंस्कृत कहती है? मुझे एक पूर्व प्रधानमंत्री का नाम बताएं जिनका अंतिम संस्कार निगमबोध में किया गया था. सिख समुदाय को कितना अपमानित महसूस हुआ होगा. ''


बीजेपी की सोच बहुत ओछी


संजय सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार की सोच बहुत ओछी है. मनमोहन सिंह देश और दुनिया के महान अर्थशास्त्री थे. उन्होंने पहले वित्त मंत्री और उसके बाद देश को प्रधानमंत्री के रूप में अपनी अमूल्य सेवाएं दी. वह सिख समाज से आते हैं. सिख समाज के एक मात्र पीएम रहे हैं. 


इसके बावजूद राजघाट में उनके स्मारक के लिए भूमि देने को विवाद पैदा करना क्या है? यह कैसी सोच है? दुनिया के लोग क्या सोच रहे होंगे कि भारत कैसा देश है कि उसे अपने प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए जगह देने को तैयार नहीं है. 


दिल्ली में डार्क स्पॉट खत्म करने की मुहिम तेज, इमरान हुसैन ने वार फुट पर स्ट्रीट लाइट लगाने के दिए निर्देश