Delhi News: दिल्ली में 20 फरवरी को नई सरकार का गठन हुआ. शालीमार बाग से पहली बार की विधायक रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं, जबकि नई दिल्ली सीट से विधायक प्रवेश वर्मा सहित छह विधायकों को मंत्री बनाया गया. ऐसे में इस बीच शुरू से लेकर आखिर तक यह चर्चा तेज थी कि प्रवेश वर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. हालांकि ऐसा हुआ नहीं, जिसपर अब AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने तंज कसा है.    


आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट कर कहा, खेला हो गया. दिल्ली में तो खेला हो गया. हमारे दिल्ली देहात के भाई प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को तो डिप्टी सीएम भी नहीं बनाया. मुझे अच्छे से याद है कि जिस दिन सीएम और मंत्रियों के नाम का ऐलान होना था उस दिन खबर चल रही थी कि प्रवेश वर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया है और कभी यह खबर नहीं आई कि ऐसा नहीं हुआ है. वहीं अब अचानक से बिलकुल प्यार से इस खबर को अखबारों में डाल दिया गया है कि प्रवेश वर्मा पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं.





दिल्ली की राजनीति बड़ी दिलचस्प- सौरभ 
सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो जारी कर कहा, "दिल्ली की राजनीति बड़ी दिलचस्प है. जाट होना आपके लिए पॉलिटिकली फायदेमंद था लेकिन कहीं इसी वजह से प्रवेश वर्मा मुख्यमंत्री बनते-बनते रह नहीं गए. कहा जाता है कि हरियाणा के अंदर 36 बिरादरियां है तो वहां का जो ध्रुवीकरण था वो एक बनाम 35 था. उन्होंने यही ध्रुवीकरण यहां इस्तेमाल किया जाट बनाम नॉन जाट. जब हरियाणा के जाट बेटियां अपने इज्जत पर हाथ डालने के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए जंतर-मंतर पर बैठीं और ओलंपियन लड़कियों के साथ पुलिस ने काफी बदतमीजी की."


सौरभ भारद्वाज ने क्या कहा? 
उन्होंने कहा, "बीजेपी ने भी एक कंसोलेशन प्राइज जाटों को दिया हुआ है. राज्सभा के चेयर पर्सन जगदीप धनकड़ हैं ये जाटों के नाम की रॉयल्टी खा रहे हैं. आज जाटों के नाम के जो भी कम्युनिटी लीडर्स हैं, जो उनका नेतृत्व करते हैं उन लोगों को सोचना चाहिए कि अपनी राजनीति बचाने के लिए क्या किया जाए. दिल्ली की राजनीति बड़ी दिलचस्प है आज जब दिल्ली में बीजेपी की 27 साल बाद सरकार  बनी और उनकी सीएम ने शपथ लिया तो उस दौरान जो तस्वीर बार-बार दिखाई जा रही थी वो थी नई दिल्ली से जीते विधायक और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा की."


सौरभ ने बताया प्रवेश शर्मा को CM न बनाने का कारण? 
सौरभ ने कहा, "ऐसे में प्रवेश वर्मा की तस्वीर बार-बार क्यों दिखाई जा रही है? क्यों सोशल मीडिया और तामाम प्लेट फार्मों पर उनका नाम आ रहा है? इसका कारण यह है कि उन्होंने नई दिल्ली में जिस तरह से चुनाव लड़ा, जो-जो हथकंडे उन्होंने चुनाव के समय अपनाए और जिस तरह से प्रशासन चुनाव में उनका पूरा साथ दिया. वे दिल्ली के पूर्व सीएम और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराने में कामयाब रहे, जोकि बहुत बड़ी बात है."


उन्होंने कहा "आप कह सकते हैं कि प्रवेश वर्मा 2025 चुनाव के जॉइंट किलर हैं. साथ ही जिस तरह से दिल्ली चुनाव के दौरान उनके हाव-भाव थे उससे माना जा रहा था कि प्रवेश वर्मा दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री रहेंगे. इसका बड़ा कारण यह था कि वह पूर्व सीएम के बेटे हैं, उन्होंने अरविंद केजरीवाल को हराया और सबसे बड़ा कारण वो जाट समुदास ये आते हैं, जोकि राजनीति में अच्छी डेमिनेंट पोजिशन में मानी जाती है. ऐसे में कहा जा रहा है कि कहीं इसी वजह से तो प्रवेश वर्मा सीएम बनते-बनते रह नहीं गए."




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