Delhi News: दिल्ली के सतबरी छतरपर एरिया में दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा 1100 पेड़ों की कटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मसले को लेकर मंगलवार को दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज सतबरी छतरपुर एरिया का दौरा किया. मौके का मुआयना करने के बाद सौरभ भारद्वाज ने संबंतिध एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 


उन्होंने कहा​ कि पहले यहां पूरा जंगल हुआ करता था. अगर इस इलाके में सड़क चौड़ी करनी थी तो अधिकारी फॉर्महाउस तो तोड़ देते. सरकारी एजेंसियों द्वारा अमीरों के फार्म हाउस को एक्वायर भी किया जा सकता था. ऐसा करने के बदले उन्होंने 1100 पेड़ काट दिए. 


 






परमिशन लिए बगैर कैसे काट दिए 1100 पेड़?


सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि LG विनय सक्सेना साहब यहां कई बार आए हैं. वह यहां क्यों आए? उन्हें पेड़ कटवाने से पहले सुप्रीम कोर्ट की परमिशन लेनी चाहिए थी? सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया. इसके बावजूद पेड़ काट दिए गए. 


उन्होंने कहा कि ऐसा कर फार्महाउस और उनके मालिकों को करोड़ों रूपयों का फायदा पहुंचाया गया. उनके फार्म हाउस की कीमत डबल हो गई. यहां सड़क बनाने के जमीन नहीं थ्ज्ञी नरेला और नजफगढ़ में बहुत जमीन है. सड़क वहां बना लेते. 


दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई: आतिशी


दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी दिल्ली के सेंसिटिव Ecosystem में पेड़ काटे जाने पर कहा कि अगर ऐसे 1100 पेड़ काटे जाएंगे तो दिल्लीवालों के हित के लिए कौन सोचेगा? जिसने भी इजाजत दी है, वो गैर कानूनी है. आरोपियों के खिलाफ कारवाई होनी चाहिए.


बता दें कि मैदान गढ़ी क्षेत्र में अप्रोच रोड बनाने के लिए 1100 पेड़ों को काटा गया है. इस ​एरिया में मेन छतरपुर रोड से सार्क (SAARC ) विश्वविद्यालय, AIIMS CAPFIMS और दिल्ली के मैदानगढ़ी सतबारी के आसपास के इलाके तक करीब 10.5 किलोमीटर लंबी अप्रोच रोड बनाने का काम किया जा रहा है. 


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