'एलजी साहब एक्सपोज हो रहे', बस मार्शल के मुद्दे पर दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घेरा
Saurabh Bhardwaj News: दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने LG पर हमला बोलते हुए कहा कि अब साफ हो गया कि दिल्ली सरकार ने नहीं बल्कि बीजेपी के कहने पर एलजी साहब ने बस मार्शलों को हटाया.
Saurabh Bhardwaj On Bus Marshals: दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बस मार्शल के मसले पर बीजेपी और एलजी को घेरा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक साल से ज़्यादा हो गया, जब करीब 10000 से ज्यादा बस मार्शलों को एक झटके में एलजी साहब ने उन्हें रोड पर ला दिया. बीजेपी के लोग बस मार्शलों से कहते थे कि एक बार कैबिनेट मंत्री कह दें तो एलजी साहब उन्हें तुरंत रख लेंगे.
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, ''जब विजेंद्र गुप्ता सीएम आतिशी से मिलने आए, तब भी उन्होंने यही कहा था. पूरे कैबिनेट ने मीटिंग करके नोट्स पर साइन करके एलजी साहब को भेजा लेकिन अभी तक पास नहीं हुआ. अधिकारी से लेकर हर कोई कह रहा है कि सर्विसेज के लिए कानून बनाने का अधिकार एलजी के पास है.
बस मार्शल पर LG एक्सपोज हो गए- सौरभ भारद्वाज
उन्होंने कहा, ''मैंने और पूरी कैबिनेट ने साइन करके 10 दिन पहले भेजा और कहा कि जबतक कानून नहीं बनता तबतक इन्हें उसी तरह रखा जाए जैसे पहले कार्यरत थे, वैसे ही रख लें. आपने पहले कहा सीएम के कहने पर निकाला था लेकिन अब सीएम ख़ुद कह रही हैं कि इन बस मार्शल को रख लें लेकिन आप नहीं रख रहे. आप एक्सपोज हो गए हैं और एलजी साहब की तरफ से कल एक नोट सरकार को भेजा और उस नोट में साफ़ लिखा है कि बस मार्शल को वापस बुलाने का कॉल एलजी का है, सरकार का नहीं.''
बीजेपी के कहने पर एलजी साहब ने मार्शल को हटाया- भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, ''एलजी साहब अपने ही नोट्स से एक्सपोज हो रहे हैं. अब साफ हो गया कि दिल्ली सरकार ने नहीं बल्कि बीजेपी के कहने पर एलजी साहब ने हटाया. इस नोट में आपने हटाते समय ये कहा कि हम आपको होमगार्ड के तौर पर ले लेंगे, इस भर्ती में कई मानक होंगे एजुकेशन और उम्र जैसे मानकों पर बस मार्शल खरे नहीं उतरेंगे और इस भर्ती के नाम पर आप नए लोगों को लाएंगे.
बस मार्शल के साथ बीजेपी कर रही षड्यंत्र- सौरभ भारद्वाज
उन्होने ये भी कहा, ''बीजेपी-बार इनको पक्का करने को लेकर जो गुमराह कर रही है, वो भी एक बहुत बड़ा धोखा है. पक्के के नाम पर ये नए लोगों को लाना चाहेंगे. जो लोग बस मार्शल हैं, वो वैसे ही देखते रह जाएंगे जैसे गेस्ट टीचर के साथ हुआ. उन्होंने लंबा संघर्ष किया था लेकिन जब पक्के होने की बारी आई तो वो पक्के नहीं हुए जो गेस्ट टीचर बने हुए थे. नए लोगों की भर्ती हो गई और जो गेस्ट टीचर थे वो सभी एक-एक कर निकाले गए. ठीक उसी तरीके का षड्यंत्र बीजेपी की ओर से यहां बस मार्शल के साथ भी किया जा रहा है.''
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