Delhi News: दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को मीडिया की ओर से यह पूछे जाने पर कि तीसरी बार भी ED के समन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पूछताछ में शामिल नहीं हुए? इसके जवाब में उन्होंने ईडी की टाइमिंग पर सवाल पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आगामी कुछ माह के दौरान अयोध्या में राम मंदिर उद्धाटन समारोह, CAA की डेट और लोकसभा चुनाव होना है. इससे ठीक पहले सीएम को समन जारी किया जाएगा तो सवाल तो उठाए ही जाएंगे.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज पूरे हिंदुस्तान में चर्चा है कि दिल्ली सीएम को ED ने फिर से समन किया है. लेकिन ED या केंद्र ने आज तक नहीं बताया कि वे अरविंद केजरीवाल को किस हैसियत से बुला रहे हैं? वे न गवाह हैं, ना अभियुक्त हैं. उन्होंने ईडी की टाइमिंग पैट भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब सभी दल लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे समय में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी हो रही है. ताकि वे चुनाव प्रचार न कर सकें.
जांच में सहयोग का मतलब गिरफ्तार करना नहीं होता
दिल्ली आबकारी नीति मामले की डेढ़ साल से जांच हो रही है. चार्जशीट फाइल हो चुकी है, तो अब ED को क्यों याद आया कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ ईडी आज तक एक सबूत नहीं जुटा पाई. अब अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की तैयारी है. जांच में सहयोग को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम आएं और आप गिरफ्तार कर लें. जितनी जानकारी मांगी गई हमने दी है.
बीजेपी नेताओं को क्यों नहीं बुलाती ईडी
देश के विपक्षी नेताओं को लगातार गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है. भाजपा नेताओं के तमाम मामले आते हैं लेकिन उनके ख़िलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही. भाजपा ने सुवेंधु अधिकारीसे मुकुल रॉय, पेमा खांडू, अजीत पवार, हेमंता बिस्वा सरमा सबके ख़िलाफ़ भाजपा ने माहौल बनाया, और फिर वे लोग भाजपा में शामिल हो गए.