'सरकार से सवाल नहीं पूछे गए तो देश का होगा नुकसान' महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन पर सौरभ भारद्वाज बोले
Mahua Moitra News: महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित होने के बाद कहा था कि दो शिकायतकर्ताओं में से एक मेरा पूर्व प्रेमी था, जो गलत इरादे से कमेटी के सामने पेश हुआ.
Delhi News: दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लोकसभा से टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के निष्कासन पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई को गलत करार देते हुए कहा कि सरकार केवल सकारात्मक बातें सुनना चाहती है. अगर कोई सकारात्मक बातें बोलता है तो वह बोलना जारी रख सकता है. अगर कोई उनके खिलाफ बोलता है तो फिर कार्रवाई होगी. ऐसे मामलों में कार्रवाई हो भी रही है. सौरभ भारद्वाज के मुताबिक अगर सरकार से सवाल नहीं पूछे जाएंगे तो इससे देश के लोगों का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा केंद्र सरकार से सवाल पूछते थे. उन्हें सोशल मीडिया पर करोड़ों लोग सुनते थे.
जुबान बंद करने के हथकंडे अपना रही सरकार
यही वजह है कि आज केंद्र सरकार और उससे जुड़ी संस्थाएं संजय सिंह और महुआ मोइत्रा पर हमलावर हैं. संजय सिंह जेल में हैं और महुआ मोइत्रा संसद से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि ये बात जगाजाहिर है. किसी से छुपी नहीं है कि ये लोग दमदार तरीके से अपनी बात रखते थे. तमाम संस्थाएं जो देश के अंदर सरकारों की पोल खोला करती थी, उनकी फंडिंग रोक दी गई है. कईयों को जेल में डाल दिया गया है. कहा जा सकता है कि सराकर सिर्फ अपनी सुनना चाहती है. सरकार से सवाल पूछने वालों की जुबान बंद करने के सब हथकंडे सरकार अपना रही है. ऐसे में सवाल नहीं पूछे गए तो सबसे ज्यादा नुकसान देश की जनता का ही होगा.उन्होंने कहा कि मैं विधायक हूं. लोग कहते हैं कि आप ये सवाल उठाइए. ऐसे में सवाल सोर्स होते हैं. ऐसे में कोई ये कहे आपके सवाल गलत हैं तो मैं समझता हूं ये परिभाषा ही गलत है.
देहाद्राई गलत इरादे से कमेटी के सामने हुआ पेश
बता दें कि टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित किए जाने के बाद कहा था कि इस मामले में दो शिकायतकर्ताओं में से एक मेरा पूर्व प्रेमी था, जो गलत इरादे से आचार समिति के सामने पेश हुआ. दरअसल, मोइत्रा की वकील जय अनंत देहाद्राई के साथ कभी रिश्ते में थीं. देहाद्राई से प्राप्त हुए पत्र के आधार पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. पत्र के हवाले से दावा किया गया था कि महुआ मोइत्रा और रियल एस्टेट समूह हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी के बीच रुपये के आदान-प्रदान के सबूत मिले हैं. इस बात से महुआ मोइत्रा ने इनकार किया था.