Shahjahan ने आगरा को दिया प्रेम का नायाब तोहफा ताजमहल, जानें मुगल बादशाह से Delhi को क्या मिला?
Shahjahan News: लाल किला एक दौर में मुगल शासक शाहजहां (Mugal Emperor Shah Jahan) का रॉयल पैलेस हुआ करता था. अब स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री शान से वहां पर तिरंगा फहराते हैं.
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Shahjahan 358th Death Anniversary: आज के दिन 358 साल पहले मुगल बादशाह शाहजहां का निधन हुआ था. शाहजहां को स्थापत्य कला से काफी लगाव था. आगरा ही नहीं, देश के कई हिस्सों में शाहजहां ने नायाब और खूबसूरत इमारतें बनवाईं, जिन्हें देखने आज भी दुनियाभर से लोग आगरा पहुंचते हैं. अमर प्रेम का प्रतीक ताजमहल को भी दुनिया के कुछ गिने चुने अजूबों में से एक माना जाता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि दिल्ली का बादशाह होने के बावजूद शाहजहां ने पांडव कालीन इंद्रप्रस्थ यानि दिल्ली को क्या दिया. आइए, आज, हम आपको मुगल बादशाह के 358वें डेथ एनिवर्सरी पर बताते हैं कि बतौर मुगल शासक उन्होंने दिल्ली को क्या दिया?
दरअसल, विश्व का प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत लाल किला शाहजहां की ही देन है. दिल्ली में स्थित यह इमारत भारत की शान मानी जाती है. स्वतंत्रता दिवस के दिन देश के प्रधानमंत्री यहीं पर यहीं भारत की शान तिरंगा फहराते हैं.
लाल किला और ताजमहल
लाल किला एक दौर में मुगल शासक शाहजहां का रॉयल पैलेस हुआ करता था. बता दें कि शाहजहां ने अपने रहने के लिए इस इमारत का निर्माण करवाया था. इतना ही नहीं, पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद का निर्माण भी शाहजहां ने 1656 में करवाया था. लाल और संगमरमर पत्थरों से बनी यह मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है. इसे बनने में 6 साल का वक्त और 10 लाख रुपए लगे थे. ईद के मौके पर यहां भारी भीड़ जमा होती है. दिल्ली की जामा मस्जिद के अलावा आगरा की जामा मस्जिद भी शाहजहां ने बनवाई थी. दिल्ली की जामा मस्जिद शाहजहां की पुत्री शाहजा़दी जहांआरा बेगम़ को समर्पित इमारत है.
आगरा का किला और मोती मस्जिद
जहां तक आगरा की बात है तो ताजमहल के अलावा वहां के किले का निर्माण भले ही अकबर के शासनकाल में हुआ हो लेकिन मौजूदा स्ट्रक्चर को बनाने का श्रेय शाहजहां को जाता है. शाहजहां ने इस किले को पूरी तरह से बदल दिया था. अंदर की कई जगहें नष्ट करके, उन्हें नई डिजाइन से बनवाया गया. ताजमहल से बस कुछ ही दूरी पर स्थित इस किले को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं.खूबसूरत मोती मस्जिद का निर्माण भी शाहजहां ने ही करवाया था. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह मस्जिद एक बड़े मोती के तरह चमकता है. इसका निर्माण आगरा के किले के परिसर में शाही दरबार के लोगों के लिए किया गया था.
शाहजहां कौन था
जहांगीर के पुत्र शाहजहां का जन्म 5 जनवरी, 1592 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था. शाहजहां के नाम से मशहूर मुगल बादशाह का असली नाम शहाबुद्दीन मुहम्मद खुर्रम था. शाहजहां पांचवें मुगल बादशाह थे, जिन्होंने साल 1628 से 1658 तक शासन किया. शाहजहां के शासन काल में मुगल स्थापत्य अपनी बुलंदी पर था. शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण कराया था. उन्होंने दिल्ली में लाल किला और जामा मस्जिद का निर्माण भी करवाया. शाहजहां ने 22 जनवरी, 1666 को निधन हुआ था.
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