दिल्ली के शाहीन बाग के एक ड्रग्स मामले में चल रही जांच में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक पूरे अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया. इस ड्रग सिंडिकेट के पंजाब,उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर,पाकिस्तान और अफगानिस्तान से संबंध थे. एनसीबी ने पंजाब में अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ एक विशेष अभियान के दौरान शाहीन बाग मामले के इनपुट के बाद कनेक्शन का पता लगाया.
शाहीन बाग की जांच ने किया प्रेरित
एनसीबी के उप महानिदेशक (डीडीजी) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, शाहीन बाग की जांच ने हमें पूरे अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करने के लिए प्रेरित किया. हमने शाहीन बाग, मुजफ्फरनगर के अपने मामलों में अटारी के सीमा शुल्क मामले के साथ संबंध पाया है. जैदी हैदर राजी मुख्य आरोपी है,उसने ड्रग्स की पूरी खेप भेजी थी.
भारत में ड्रग्स की आपूर्ति करने वाले 16 हुए गिरफ्तार
अब तक एनसीबी ने अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट के 16 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जो भारत में ड्रग्स की आपूर्ति कर रहे थे. इस ऑपरेशन के तहत पिछले एक साल में कुल 34 किलो हेरोइन, 23 किलो नशीला पाउडर और अन्य ड्रग्स जब्त किए गए हैं.मामले में जनवरी में पांच गिरफ्तार किए गए थे, जिनकी पहचान अमनदीप चानिया, गुरमेल सिंह उर्फ गैरी, रावलजीत उर्फ रावल वडाला, जैदी हैदर राजी और मोहम्मद इमरान के रूप में हुई है. एनसीबी इस मामले पर एक साल से अधिक समय से काम कर रही है. 15 नवंबर, 2022 को एनसीबी की चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने पंजाब के लुधियाना जिले में एक अंतरराष्ट्रीय हेरोइन सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया था. आरोपी संदीप सिंह के होश में आने से एनसीबी ने 20.326 किलोग्राम हेरोइन जब्त की.
लुधियाना में सील किए गए दो गुप्त प्रयोगशाला
डीडीजी ने कहा कि छापेमारी के दौरान एनसीबी ने लुधियाना से संचालित इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट की पूरी श्रृंखला का भंडाफोड़ किया. लुधियाना में दो गुप्त प्रयोगशालाओं को भी सील कर दिया गया है, जहां अफगान नागरिक हेरोइन की प्रोसेसिंग किया करते थे. ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन को अंतर-एजेंसी सहयोग और एनसीबी के विभिन्न क्षेत्रों सहित विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों और काउंटर इंटेलिजेंस पंजाब पुलिस ने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.इस ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के आरोपियों का पता लगाने के लिए बाद में एनआईडीएएएन और आईसीजेएस का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया था.
60 से अधिक बैंक खातों से निकासी पर लगी रोक
यह अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट चूंकि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के विभिन्न राज्यों में फैला हुआ है, इसलिए एनसीबी-चंडीगढ़ के जोनल निदेशक अमनजीत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था.डीडीजी ने कहा, इस मामले में विशेष वित्तीय जांच और तकनीकी जांच दल भी गठित किए गए हैं. इस समूह से संबंधित 60 से अधिक बैंक खातों को डेबिट-फ्रीज कर दिया गया है और एनडीपीएस अधिनियम के तहत फ्रीजिंग आदेश विचाराधीन हैं.
ड्रग मनी से खरीदी गई 30 संपत्तियों की हुई पहचान
इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट की ओर से ड्रग मनी से खरीदी गई कुल 30 संपत्तियों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. डीडीजी ने कहा, जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि यह समूह ट्राई सिटी क्षेत्र में नाइट क्लब और रेस्टोरेंट संचालित कर रहा था, जिसकी विस्तृत पूछताछ की जा रही है. साथ ही इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के विभिन्न अन्य फ्रंट व्यवसायों जैसे शराब की दुकानों, चावल मिल, घी व्यवसाय और प्रतिष्ठित ब्रांडों की विभिन्न एजेंसियों और उनके सहयोगियों की भूमिका के बारे में पूछताछ की जा रही है.
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