Sharda Sinha Death: लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर दिल्ली की सीएम आतिशी और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शोक जताया. दिल्ली की सीएम ने कहा कि  शारदा सिन्हा का निधन बहुत दुखद है. उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया. 


पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, "लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से लोकसंगीत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है. उनकी मधुर आवाज़ हमेशा हम सबके बीच अमर रहेगी. उनकी पुण्यात्मा को छठी मइया अपने चरणों में स्थान दें और परिवार एवं उनके सभी चाहने वालों को इस कठिन समय में हिम्मत दें."


दिल्ली एम्स में वेंटिलेटर पर थीं गायिका शारदा सिन्हा


मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा दिल्ली एम्स में वेंटिलेटर पर थीं. उन्हें 21 अक्टूबर को यहां भर्ती किया गया था. मंगलवार (5 नवंबर) को रात 9 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली. बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपनी मां के निधन की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, ''आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है. मां अब शारीरिक रूप में  हम सब के बीच नहीं रहीं.'' 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी लगातार उनकी हालत पर नजर बनाए हुए थे और इलाज करने वाले डॉक्टरों के सीधे संपर्क में थे. 


बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी गाए गीत


शारदा सिन्हा ने 'कार्तिक मास इजोरिया' और ‘कोयल बिन’ जैसे लोक गीतों के साथ-साथ फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर- दो’ के बॉलीवुड गीत ‘तार बिजली’ और फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ के ‘बाबुल’ जैसे उनके गाए गीत मशहूर हैं.


भोजपुरी, मैथिली और मगही लोकगीतों से पहचान


पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा को उनके भोजपुरी, मैथिली और मगही लोकगीतों के लिए जाना जाता है. ‘बिहार कोकिला’ के नाम से मशहूर और सुपौल में जन्मीं शारदा सिन्हा ने छठ पूजा और विवाह जैसे अवसरों पर गाए जाने वाले लोकगीतों के कारण अपनी अलग पहचान बनाई. 'छठी मैया आई ना दुआरिया', 'कार्तिक मास इजोरिया', 'द्वार छेकाई', 'पटना से', और 'कोयल बिन' गीत भी को भी लोगों ने खूब सराहा.


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