Delhi Weather: दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में रही.  सुबह 9 बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 311 दर्ज किया गया. यह जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों से मिली. उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’,51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’,101 और 200 के बीच ‘मध्यम’,201 और 300 के बीच ‘खराब’,301 और 400 के बीच को ‘बहुत खराब’माना जाता है.  401 और 500 के बीच के एक्यूआई को ‘गंभीर’श्रेणी में माना जाता है.


37 निगरानी स्टेशनों में से 27 स्टेशनों में 'बहुत खराब' एक्यूआई दर्ज किया गया. जहांगीरपुरी में 351, नेहरू नगर में 347, श्री अरबिंदो मार्ग में 339, आरके पुरम में 335 और बवाना में 334 एक्यूआई  दर्ज किया गया. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर में न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से एक डिग्री कम 12.6 डिग्री दर्ज किया गया.


 शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस किया गया दर्ज 
विभाग ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे वायु में सापेक्षिक आर्द्रता 76 फीसदी दर्ज की गई.  मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि आज अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा. दिन के समय आसमान साफ रहेगा.आईएमडी ने कहा कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मौसम के औसत से एक डिग्री कम है.


शुक्रवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 346 रहा
सीपीसीबी ने कहा कि शुक्रवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 346 रहा. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण की पाबंदियां जारी रहेंगी. क्योंकि इस क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है.


 सभी निर्माण कार्यों पर रोक 
जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ के कार्यों पर रोक लगा दी गई है. ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और पत्थर तोड़ने (स्टोन क्रशर) के संचालन की अनुमति नहीं है. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं गुरूवार के 1,893 से बढ़कर शुक्रवार को 3,916 हो गईं. जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक हैं.


Delhi-NCR Pollution and Weather Update: अभी भी बहुत खराब है दिल्ली की हवा, कई इलाकों में 300 के ऊपर AQI, जानें- आपके क्षेत्र का क्या है हाल