Delhi News: राजधानी दिल्ली मे एशिया का सबसे बड़ा तिहाड़ जेल में लगातार बदमाशों का दबदबा बढ़ता दिख रहा है. जेल परिसर में आये दिन गैंगवार होना आम बात हो गई है. जेल अधिकारियों की जांच में कभी मोबाईल, कभी ड्रग्स तो कभी कभार नगदी देखने को मिल जाती है. ये सब प्रतिबंधित समान जेल के गेट से नहीं आसमान यानि जेल परिसर के खुले ग्राउंड के कारण बाहर से आती है. खुले ग्राउंड का लाभ उठाकर जेल के अंदर बंद अपराधी अपना दबदबा बनाने के लिए गुपचुप तरीके से सामान मंगवाल लेते रहे हैं, लेकिन अब वो वैसा नहीं कर पाएंगे. 


तिहाड़ प्रशासन ने जेल की दीवार से सटे बाहरी सड़क से मोबाइल, ड्रग्स, नगदी समेत कई प्रकार की प्रतिबंधित समान खुले ग्राउंड में फेंके जाने की घटनाओं और पिछले दिनों तिहाड़ में हुए हत्याओं को देखते हुए सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है. जेल रोड की तरफ से जेल की दीवार के खुले हिस्सों में जाल लगा दिए गए हैं. अब दीवार की दूसरी तरफ से फेंकी जाने वाली कोई भी वस्तु जाल में उलझ जाएगी और वो नीचे नहीं पहुंच पाएगी. जाल लगाने का काम तिहाड़ और मंडोली जेल में पूरा हो चुका है, जबकि रोहिणी जेल में यह काम चल रहा है.


5 माह में बरामद हो चुके हैं 100 से ज्यादा फोन


तिहाड़ जेल में मोबाइल फोन, ड्रग्स, नगदी समेत कई अन्य प्रकार की प्रतिबंधित समान मिलने की घटना सामने आ रही थीं. लगातार जेल अधिकारियों द्वारा पिछले वर्ष जेल में 1210 मोबाइल फोन बरामद हुए थे, जबकि इस वर्ष अब तक करीब 100 मोबाइल फोन बरामद हो चुके हैं. जेल प्रशासन के अनुसार मोबाइल फोन समेत अन्य समान जिसका तिहाड़ परिसर में आना प्रतिबंधित है. इसके बावजूद अपराधियों तक मोबाइल कैसे पहुंच रहे हैं. जांच में संकेत मिले थे कि ये सब सामान बाहर सड़क की तरफ से दीवार के अंदर फेंके जाते हैं. अब जाल लगने के बाद बाहर से कोई भी वस्तु फेंकने पर यह जाल में ही अटक जाएगा और ग्राउन्ड मे विशेष सुरक्षाकर्मियों द्वारा गस्त लगाने के दौरान उसे जब्त कर लिया जाएगा. 


तिहाड़ और मंडोली में जाल लगाने का काम पूरा


हालांकि, शुरुआत में जाल लगाने की योजना को फेल करने के लिए इस पर एसिड भी फेंके गए, जिससे जाल जल जाए. इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने प्रापेलीन के जाल का इस्तेमाल किया है, जो एसिड प्रूफ है. तिहाड़ के प्रवक्ता अरविंद कुमार ने बताया कि जेल की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है. तिहाड़ और मंडोली जेल में जाल लगाने का काम पूरा हो चुका है, जबकि रोहिणी में यह काम चल रहा है. अभी वहां 60 से 70 प्रतिशत तक काम पूरा हुआ है. जाल लगने के बाद से जेल में बाहर से किसी भी वस्तु को नहीं फेंका ज सकेगा.


हत्या का CCTV फुटेज वायरल होने के बाद बड़ी कारवाई 


4 मई को गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का सीसीटीवी वीडियो सामने आने के बाद 5 मई को तिहाड़ जेल के सात कर्मियों को निलंबित कर दिया गया. दिल्ली कारागार विभाग ने ये कार्रवाई की है. जेल अधिकारियों ने बताया कि निलंबित किए गए सात लोगों में 3 सहायक अधीक्षक और चार वार्डन शामिल हैं. वहीं, दो अन्य के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई थी. वहीं, डीजी ने तमिलनाडु स्पेशल पुलिस फोर्स के जवानों के कमांडेंट से बात की है. तमिलनाडु स्पेशल पुलिस फोर्स के जवान उस वक्त वहां मौजूद थे. कमांडेंट को उन जवानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए कहा गया है.


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