Delhi News: बढ़ते प्रदूषण और अपनी फिटनेस को देखते हुए अगर आप दिल्ली में ई-साइकिल खरीदना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए. क्योंकि अगले हफ्ते से ई-साइकिल पर सरकार सब्सिडी शुरू करने जा रही है. दिल्ली सरकार के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ई साइकिल पर सब्सिडी देने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है और पूरा प्रयास है कि अगले हफ्ते तक साइकिल पर सब्सिडी मिलनी शुरू हो जाए. अभी ई-साइकिल के लिए बाजार में छह कंपनियां हैं, जो उपभोक्ताओं को साईकिल करवाएंगी . दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बताया कि इस योजना पर इसलिए भी जल्दी की जा रही है, क्योंकि लोग सरकार से पूछ रहे हैं कि साइकिल पर सब्सिडी कब से मिलेगी.
किस साइकिल पर कितनी सब्सिडी
व्यक्तिगत इस्तेमाल (पैसेंजर श्रेणी) के लिए पहली 10 हजार ई-साइकिल पर 5,500 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी. इस योजना को और बढ़ावा देने के लिए पहली एक हजार ई-साइकिल पर दो हजार रुपये का अतिरिक्त इंसेंटिव दिया जाएगा. ऐसे ही व्यावसायिक काम की पहली पांच हजार ई-साइकिल की खरीद पर 15 हजार रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी. अभी तक ई-कार्ट अकेले खरीदने पर सब्सिडी मिलती थी. अब अगर कंपनी या कॉरपोरेट हाउस लेगा तो उसे सरकार की तरफ से 30 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी.
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45 किमी तक चलती है साइकिल
इस योजना के मुताबिक एक व्यक्ति को एक ही ई-साइकिल पर सब्सिडी मिलेगी. योजना का लाभ लेने के लिए दिल्ली का निवासी होना जरूरी है. आधार कार्ड से उसको लिंक किया जाएगा. खास बात ये है कि पैसेंजर ई-साइकिल सिंगल चार्ज में 45 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है. ई-साइकिल की स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घंटा से कम की होगी. इससे ज्यादा स्पीड वाली साइकिल इस योजना में नहीं रखी गई है. ये यात्री ई-साइकिल बहुत भारी नहीं है, बैट्री की चार्जिंग समाप्त हो जाने पर सामान्य साइकिल की तरह इसे पैडल से भी चलाया जा सकता है.
ई-साइकिल को बढावा देने वाला दिल्ली पहला राज्य
दिल्ली संवाद के उपाध्यक्ष जस्मिन शाह ने बताया कि पहले ईवी पॉलिसी में ई-साइकिल शामिल नहीं थी. आज तक न तो किसी राज्य और केंद्र सरकार ने अपनी पॉलिसी में इसे शामिल किया है. केंद्र की किसी भी योजना में ई-साइकिल पर कोई सब्सिडी नहीं है. इस लिहाज से दिल्ली पहला राज्य होगा, जो ई-साइकिल को बढावा देगा. अब तक बहुत छोटा वर्ग इसका इस्तेमाल करता था, लेकिन अब मेन स्ट्रीम का काम हम करने वाले हैं. फूड डिलीवरी से जुड़े वर्ग को अब महंगे दो पहिया वाहन नहीं खरीदने पड़ेंगे. ई-साइकिल से 40 से 50 किमी तक का काम कर सकेंगे. लोगों द्वारा बड़े स्तर पर ई-साइकिल खरीदने की उम्मीद है.