(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sulli Deals App Case: सुल्ली डील्स केस के आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर पर चलेगा मुकदमा, दिल्ली के LG ने दी इजाजत, जानें- पूरा मामला
Delhi News: ओंकारेश्वर ठाकुर ने गिरफ्तारी के बाद ने स्वीकार किया था कि वह ट्विटर पर एक समूह का सदस्य था और उसने मुस्लिम महिलाओं को बदनाम के साथ ट्रोल करने का विचार वहां साझा किया था.
Sulli Deals App Case: दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने 'सुल्ली डील्स' ऐप मामले में मुख्य आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है. सूत्रों ने रविवार को बताया कि 'सुल्ली डील्स' ऐप मामले में मुख्य आरोपी 26 साल के ओंकारेश्वर ठाकुर (Aumkareshwar Thakur) पर दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 196 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. यह धारा सरकार के खिलाफ अपराधों और ऐसे अपराध करने के लिए आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाने से संबद्ध है.
पुलिस को इस धारा के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए उपराज्यपाल की मंजूरी की जरूरत थी. ओंकारेश्वर ठाकुर ने कथित तौर पर ‘सुल्ली डील्स’ ऐप और ‘सुल्ली डील्स’ ट्विटर हैंडल बनाया था. साथ ही ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को नीलामी के लिए डाला गया था. उनकी तस्वीरें इजाजत के बगैर हासिल की गई थीं और फोटो में छेड़छाड़ भी की गई थी. यह ऐप बनाने का मकसद मुस्लिम महिलाओं और मुस्लिम समुदाय का अपमान करना था. ओंकारेश्वर ठाकुर ने मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित आईपीएस एकेडमी से बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) की पढ़ाई की है.
जनवरी में गिरफ्तार हुआ था ओंकारेश्वर ठाकुर
पुलिस ने सात जुलाई 2021 को इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किया था. ओंकारेश्वर ठाकुर को इस साल जनवरी में गिरफ्तार किया गया था. एक सूत्र ने कहा, "उपराज्यपाल का मानना है कि आरोपी के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है और इसलिए उसके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी गई है." ओंकारेश्वर ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उपायुक्त (IFSO) केपीएस मल्होत्रा ने कहा था कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह ट्विटर पर एक समूह का सदस्य था और उसने मुस्लिम महिलाओं को बदनाम और ट्रोल करने का विचार वहां साझा किया था.
ट्रेडमहासभा नाम के समूह में शामिल हुआ था आरोपी
अधिकारी ने कहा, "ओंकारेश्वर ठाकुर ने गिटहब पर कोड विकसित किया. गिटहब तक समूह के सभी सदस्यों की पहुंच थी. उसने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐप को साझा किया था. मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को समूह के सदस्यों ने अपलोड किया था." जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी 'एट द रेट गैंगेसाइअल' हैंडल का इस्तेमाल करके जनवरी 2020 में ट्विटर पर 'ट्रेडमहासभा' नाम के समूह में शामिल हुआ था. पुलिस ने कहा था कि समूह पर विभिन्न चर्चाओं के दौरान सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने की बात कही थी. पुलिस ने 21 साल के नीरज बिश्नोई से पूछताछ के दौरान ओंकारेश्वर ठाकुर के बारे में जानकारी जुटाई थी. माना जाता है कि नीरज बिश्नोई 'बुल्ली बाई' ऐप का निर्माता और कथित सरगना है.