Delhi Crime News: दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना इलाके में रहने वाला 26 वर्षीय जतिन की तीन साल पहले ही शादी हुई थी और वो अपने घर मे माता-पिता, पत्नी, दादी और दो छोटे भाई बहन के साथ खुशी-खुशी रह रहा था. वो सोफा बनाने का काम करता था, लेकिन कुछ काम पड़ने पर चार-पांच दिन पहले उसे इलाके के एक बदमाश दिनेश से 40 रुपये उधार लेने पड़े. 40 रुपए का यह उधार जतिन के लिए एक ऐसी परेशानी का सबब बन गया जिसका समाधान वो नहीं निकाला पाया और फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी. 


जतिन को 40 रुपए उधार देने के बाद वीरवार को दिनेश ने जतिन को पकड़ कर काफी गाली-गलौज की और धमकाया था. इसकी जानकारी पर जतिन की दादी ने उसे 100 रुपये दे कर दिनेश से पीछा छुड़ाने को कहा. जतिन ने 40 के बदले 100 रुपये दिनेश को दे दिए, लेकिन बदमाश दिनेश ने वीरवार की शाम ही उसे फिर से पकड़ा और उसकी पिटाई कर उसे धमकाया. जिसकी जानकारी जतिन ने अपने पिता को दी.


बदमाश से घबराए जतिन ने लगा ली फांसी


जतिन के परिजनों ने इसकी शिकायत सुल्तानपुरी पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने दिनेश को पकड़ने के कुछ देर बाद ही उसे छोड़ दिया. जिस कारण जतिन काफी परेशान रहने लगा. वो दिनेश से इतना घबरा गया कि उसे कुछ और नहीं सूझ रहा था और आखिरकार उसने डर और तनाव में आकर अपने ही कमरे में लगे पंखे में फंदा लटका कर फांसी लगा ली. इस बात की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसकी बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.


पुलिस ने नहीं कि ठोस कार्रवाई


इस घटना के बाद जतिन के परिजनों ने थाने के बाहर बैठकर प्रदर्शन किया और इंसाफ की गुहार लगाई. परिजनों का आरोप है कि उन लोगों ने दिनेश के खिलाफ दो बार पुलिस में शिकायत की, जिस पर पुलिस ने उसे पकड़ा तो जरूर, लेकिन तुरंत ही उसे छोड़ दिया गया. इसके बाद से वो जतिन को लगातार परेशान कर रहा था. जतिन की पत्नी का आरोप है कि इसे लेकर भी पुलिस में शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कि. अगर समय रहते पुलिस ठोस कदम उठाती तो उसका पति जिंदा होता.


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