Summer Vacations in Delhi Schools: दिल्ली पैरेंट्स एसोसिएशन की मांग - भीषण लू को देखते हुए स्कूलों में गर्मी की छुट्टी घोषित की जाए
DPA Demands Summer Vacation in Delhi Schools: भीषण गर्मी को देखते हुए दिल्ली के अभिभावक संघ ने तुरंत गर्मियों की छुट्टियां करने की प्रार्थना उच्च अधिकारियों से की है.
Delhi Parents Association Demands Summer Vacations In Delhi Schools: दिल्ली पैरेंट्स एसोसिएशन (DPA) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) को पत्र लिखकर मांग की कि भीषण गर्मी को देखते हुए शहर के स्कूलों में तुरंत गर्मी की छुट्टी घोषित की जाए. बता दें कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली (Delhi) के मुंगेशपुर में पारा 49.2 डिग्री सेल्सियस और शहर के दक्षिण-पश्चिम हिस्से के नजफगढ़ में 49.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में रविवार को भीषण लू चली. अधिकतम तापमान स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 48.4 डिग्री सेल्सियस, जाफरपुर में 47.5 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 47.3 डिग्री सेल्सियस और रिज में 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
क्या कहना है डीपीए अध्यक्ष का -
डीपीए अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने पत्र में लिखा, “हम आपसे अपील करते हैं कि दिल्ली में भीषण गर्मी के मद्देनजर बिना देर किए स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां तुरंत घोषित करें. भीषण गर्मी के कारण कई बच्चे बीमार पड़ रहे हैं और स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है.”
उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली में 72 साल बाद इतनी गर्मी पड़ रही है. 15 मई 2022 को दिल्ली के कई इलाकों में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जहां बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ बचाव नियम और सुझाव भी जारी किए गए थे वहीं पड़ोसी राज्यों में भी स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है.”
बच्चों के लिए बाहर निकलना सुरक्षित नहीं -
डीपीए अध्यक्ष ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, “दिल्ली सरकार द्वारा लेकिन ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया. केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश में यह स्पष्ट किया गया है कि बच्चों के लिये दोपहर 12 बजे से अपराहन तीन बजे तक बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है.”
“गर्मियों की छुट्टी का मुख्य उद्देश्य बच्चों को लू के प्रकोप से बचाना था. हम कई दिनों से देख रहे हैं कि लगातार बढ़ती गर्मी के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं और स्कूलों में उपस्थिति दर लगातार गिर रही है. इसलिए, इस दृष्टि से स्कूलों को बिना देरी किए तुरंत बंद कर दिया जाना चाहिए और छुट्टियों की घोषणा की जानी चाहिए.”
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