Supertech Twin Towers Demolition: सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने के काम में आई तेजी, अधिकारियों के खिलाफ योगी सरकार सख्त
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चल रहे ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के कार्य में अब ज्यादा तेजी आ गई है. योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी.
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर सुपरटेक के ट्विन टावर ( twin tower) को गिराने का कार्य लगातार जारी है लेकिन जैसे ही योगी सरकार यानी बीजेपी (BJP) की सरकार को दोबारा प्रचंड बहुमत से जनता ने सत्ता तक पहुंचाया वैसे ही ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के कार्य में तेजी आ गई.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोनों ट्विंस टावर को गिराने का कार्य नोएडा प्राधिकरण ने रुड़की की एडीफाइस इंजीनियरिंग कंपनी के साथ मिलकर शुरू कर दिया था लेकिन जैसे ही प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दोबारा भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की वैसे ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में तेजी आ गई.
दोषी अधिकारियों के खिलाफ योगी सरकार सख्त
क्योंकि यह माना जा रहा है कि ट्विन टॉवर को लेकर योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई प्रारंभ की थी लेकिन आचार संहिता लागू होने की वजह से अधिकारियों पर पूरी तरह से कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. लेकिन अब यह माना जा रहा है कि योगी के दोबारा मुख्यमंत्री बनते ही इस ट्विन टावर से जुड़े सभी दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी निश्चित है यही वजह है कि बिना देरी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में तेजी लाई गई है और लगातार पूरे दिन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है.
बता दें ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण में काफी तादात में मलवा निकल रहा है मलबे का गुबार ना उड़े इसके लिए लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही डेढ़ सौ के करीब मजदूरों को लगाकर टावर को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा मशीनों का भी उपयोग किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द ट्विन टावर को ध्वस्त करने की कार्रवाई संपन्न की जा सके.
सभी सुरक्षा नियमों का किया जा रहा पालन
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी और एडीफाइस इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियर लगातार नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी तरह की कोई सावधानी न बरती जा सके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से सड़क पर भी वेरीकेट लगा कर यातायात को रोका गया है ताकि ध्वस्तीकरण के दौरान अगर कोई ईट पत्थर ऊपर से गिरता है तो उससे किसी तरह का कोई नुकसान व जनहानि ना हो.
ट्विन टावर पर मौजूद गार्ड व कर्मचारियों की मानें तो सुबह से लेकर रात 8:00 से 10:00 बजे तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाती है. लगातार मजदूर और इंजीनियर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में लगे हुए हैं. सुरक्षा के लिहाज से अधिकारी सभी नियमों का पालन कर रहे हैं ताकि हर प्रकार की होने वाली अनहोनी को रोका जा सके. और बिना किसी नुकसान व जनहानि के ट्विन टावर को गिराने का कार्य संपन्न हो.
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