Delhi News: आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा से निलंबित सांसद राघव चड्ढा ने एक ट्वीट कर मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी. उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए बिना नाम लिए केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र 77वें साल में प्रवेश कर गया. आजादी के इस अवसर पर लोकतंत्र पर मंडरा रही चुनौतियों या देशवासियों द्वारा सहन की गई पीड़ाओं से आंखें न मूंदें.
आप नेता ने आगे कहा कि आज हमारा लोकतांत्रिक ताना-बाना खतरे में है. जरूरत इस बात कि है कि लोकतंत्र पर आने वाली इन खतरों और राष्ट्र को पीड़ित करने वाली बीमारियों को स्वीकार किया जाना चाहिए. हमें याद रखना चाहिए कि जिस प्रकार हमारी भूमि ने औपनिवेशिक शासन की बेड़ियों पर विजय प्राप्त की, उसी प्रकार हम इन प्रयोगों पर भी विजय प्राप्त करेंगे.
पूर्वजों के मूल्यों को बनाए पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि एक युवा भारतीय के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन मूल्यों और सिद्धांतों को बनाए रखें जिनके लिए हमारे पूर्वजों ने लड़ाई लड़ी. आइए, हम अपने विविध और जीवंत राष्ट्र की वृद्धि, विकास और एकता में योगदान देने के लिए अथक प्रयास करें. यह स्वतंत्रता दिवस हमें उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने, समावेशिता को बढ़ावा देने और प्रत्येक भारतीय को अपनी क्षमता का एहसास करने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करे. सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं! जय हिन्द! बता दें कि संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन आप नेता राघव चड्ढा को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक राज्यसभा से निलंबित किया गया. बीजेपी के नेताओं का आरोप है कि दिल्ली सेवा विधेयक पर बहस के दौरान राघव चड्ढा ने संसदीय कार्यवाही नियमों का पालन नहीं किया. उन्होंने बिना सहमति के दिल्ली सेवा विधेयक को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने के लिए पांच सांसदों के नाम गलत तरीके से भेज. इस बात को लेकर राघव चड्ढा सिग्नेचर विवाद में फंस गए. इस मसले पर ही उन्हें राज्यसभा से निलंबित किया गया है.
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राघव चड्ढा