Swachh Survekshan 2022: स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में भी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का अम्बिकापुर (Ambikapur) शहर एक बार फिर पुरस्कार प्राप्त करने की श्रेणी में चुना गया है. महापौर डॉ. अजय तिर्की (Ajay Tirkey), तत्कालीन नगर निगम आयुक्त और वर्तमान बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. (Vijay Dayaram k), स्वच्छता मिशन के नोडल अधिकारी संतोष रवि (Santosh Ravi), स्वच्छता दीदी शशिकला सिन्हा को देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के तालकटोरा स्टेडियम (Talkatora Stadium) में 1 अक्टूबर को आयोजित होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया गया है.

 

आयोजन की शुरुआत 29 सितंबर से हो गई है, जिसमें दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित है. इसमें नगर निगम अम्बिकापुर की वर्तमान आयुक्त प्रतिष्ठान ममगई और स्वच्छता दीदी शशिकला सिन्हा दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं, क्योंकि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के दौरान नगर निगम आयुक्त की जिम्मेदारी बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. के जिम्मे थी, इसलिए उन्हें महापौर के साथ पुरस्कार प्राप्त करने आमंत्रित किया गया है. यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री की तरफ से प्रदान किया जाएगा.

 

साल 2015 से अम्बिकापुर में चल रहा है स्वच्छता का काम

अम्बिकापुर नगर निगम के साथ सरगुजा संभाग के चिरमिरी नगर निगम, बलरामपुर नगर पालिका, विश्रामपुर नगर पंचायत, खोंगापानी नगर पंचायत को भी स्वच्छता के लिए अलग-अलग कैटेगरी में पुरस्कार के लिए आमंत्रित किया गया है. गौरतलब है कि साल 2015 से अम्बिकापुर शहर में स्वच्छता का काम चल रहा है. इसके बाद से लगातार कई राष्ट्रीय अवार्ड और स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बनने का अवसर अम्बिकापुर को मिला है. स्वच्छता में राष्ट्रीय पहचान बनाने के बाद नगर निगम ने स्वच्छता में कई नवाचार किया है, जिसके लिए हर बार राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार प्राप्त होता है.

 


 


स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में पिछड़ गया था अम्बिकापुर


स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अम्बिकापुर नगर निगम सीवरेज वाटर के मामले में पिछड़ गया था और दिल्ली के एनडीएमसी ने बाजी मारी थी. हालांकि, एक लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में अम्बिकापुर स्वच्छता में नंबर वन ही रहा. इस बार नगर निगम ने सीवरेज नेटवर्क को लेकर काम किया है. इसी को लेकर दावेदारी भी की है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 50 फीसद सीवरेज नेटवर्क का प्रावधान रखा गया था. अम्बिकापुर शहर में इतने संसाधन नहीं कि 50 फीसद सीवरेज नेटवर्क हो सके, लेकिन शहर में सीवरेज वाटर के ट्रीटमेंट का तरीका अपनाया है. इस बार नए तरीका और 10 फीसद एरिया में भी व्यवस्था है, तो दावा किया जा सकता है का प्रावधान रखा था. अम्बिकापुर शहर में चार-पांच ऐसी बड़ी कॉलोनियां हैं, जिसमें बड़ी संख्या में मकान हैं.

 

तीन बड़े तालाबों में की गई है सीवरेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था

बड़ी आबादी है, जहां शत प्रतिशत सीवरेज नेटवर्क सिस्टम की व्यवस्था है. शहर के तीन बड़े तालाबों में सीवरेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है. इन सब दावों के कारण इस बार अम्बिकापुर को फिर से स्वच्छता में नंबर वन आने का मौका मिल सकता है. राजधानी दिल्ली से महापौर डॉ. अजय तिर्की और तत्कालीन नगर निगम आयुक्त विजय दयाराम के. को आमंत्रित किए जाने से काफी उत्साह है. अम्बिकापुर नगर निगम की आयुक्त आईएएस प्रतिष्ठा ममगई दिल्ली में शहरी विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यशाला में शामिल होने के लिए रवाना हो गई है. उनके साथ स्वच्छता दीदी शशिकला सिन्हा भी शामिल होंगी. 29 और 30 सितंबर की कार्यशाला के बाद तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में भी नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई मौजूद रहेंगी.