Kota Students Suicide: कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड पर बोलीं स्वाती मालीवाल, पंखे नहीं सिस्टम बदलिए, मेंटल हेल्थ पर भी...
Kota Student Suicide Case: कोटा में इस साल अभी तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 22 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है. किसी एक वर्ष में आत्महत्या का यह अब तक के सबसे अधिक मामले हैं.
![Kota Students Suicide: कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड पर बोलीं स्वाती मालीवाल, पंखे नहीं सिस्टम बदलिए, मेंटल हेल्थ पर भी... Swati Maliwal spoke on students suicide in Kota, change education system not fans Kota Students Suicide: कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड पर बोलीं स्वाती मालीवाल, पंखे नहीं सिस्टम बदलिए, मेंटल हेल्थ पर भी...](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/08/28/84a93f91f95e9ac709efd3e86e996d6a1693203667145645_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Delhi News: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) एक ट्वीट कर प्रतियोगी छात्रों द्वारा आत्महत्या (Student Suicide Case) करने का सिलसिला जारी रहने पर गंभीर चिंता जाहिर की है. उन्होंने लिखा है कि साल 2023 में अभी तक नीट जैयारी करने वाले 22 बच्चे असफलता से निराश होकर जिंदगी की जंग हार चुके हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों को इस दुष्चर्क से बचाने के लिए हमें न केवल शिक्षा व्यवस्था (Education System) को बदलने की जरूरत है, बल्कि छात्रों के मेंटल हेल्थ पर भी काम करने की जरूरत है.
DCW चीफ के ट्वीट में क्या है?
डीसीडब्लू चीफ स्वाति मालीवाल ने सोमवार को अपने एक ट्वीट में लिखा है कि राजस्थान के कोटा में कल 2 NEET छात्रों ने आत्महत्या कर ली. इस साल अब तक 22 बच्चे जिंदगी से जंग हार चुके हैं. बीते दिनों हमने देखा था आत्महत्या रोकने के लिए PG के पंखे बदलवाए जा रहे थे. ये हमारी शिक्षा व्यवस्था का हाल है. इसकी जगह जरूरत पंखा बदलने की नहीं, शिक्षा सिस्टम बदलने की है. बच्चों की मेंटल हेल्थ पर काम करना भी जरूरी है.
Kota: 2023 में सुसाइड सबसे ज्यादा मामले
बता दें कि राजस्थान में कोटा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने छात्रों की आत्महत्या के मामले लगातार आने के बाद कोचिंग संस्थानों से अगले दो माह तक नीट और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे प्रतियोगियों के नियमित टेस्ट नहीं कराने का निर्देश दिया है. पीटीआई के मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए आयोजित जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए देशभर से हर साल दो लाख छात्र-छात्राएं कोटा आते हैं. साल 2023 में अभी तक जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर रहे 22 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है. यह अब तक का किसी एक वर्ष का आत्महत्या के सबसे अधिक मामले हैं. साल 2022 में यह आंकड़ा 15 था.
4 घंटे में 2 ने की आत्महत्या
चिंता की बात यह है कि रविवार को कोटा में चार घंटे के भीतर दो छात्रों ने अपनी जान ले ली. इनमें से एक अविष्कार संभाजी कासले ने रविवार अपराह्न 3 बजकर 15 मिनट पर जवाहर नगर में अपने कोचिंग संस्थान की इमारत की छठी मंजिल से छलांग लगा दी. कासले ने कुछ मिनट पहले ही कोचिंग संस्थान की तीसरी मंजिल पर एक परीक्षा दी थी. कासले की मौत के चार घंटे बाद नीट की ही तैयारी कर रहे आदर्श राज ने शाम करीब सात बजे कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र स्थित अपने किराये के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)