Delhi News: दक्षिणी दिल्ली से एयरपोर्ट और गुरुग्राम आने-जाने वालों के लिए अच्छी खबर है. वसंत कुंज स्थिति नेल्सन मंडेला मार्ग से महिपालपुर में शिव मूर्ति तक तकरीबन दो हजार करोड़ की लागत वाली प्रस्तावित टनल (सुरंग) को मंजूरी मिल गई है. इससे बिना जाम में फंसे गुरुग्राम और एयरपोर्ट तक पहुंचा जा सकेगा. करीब पांच किलोमीटर लंबी इस टनल के बनने से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, दिल्ली-जयपुर, द्वारका एक्सप्रेसवे और नेल्सन मंडेला मार्ग आपस में जुड़ जाएंगे.
संशोधन के बाद मिली मंजूरी
डिजाइन से जुड़े संशोधन और अन्य तकनीकी अड़चनों को दूर करने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दिल्ली में पांच किलोमीटर लंबी नई टनल निर्माण को स्वीकृति दे दी है. नेल्सन मंडेला मार्ग से शिव मूर्ति चौक को जोड़ने वाली यह टनल करीब तीन किलोमीटर का चक्कर कम कर देगी. नेल्सन मंडेला मार्ग से शिव मूर्ति चौक तक पहुंचने के लिए वसंत कुंज के कई सेक्टर से होकर गुजरना पड़ता है, जिनमें लालबत्ती होने के कारण जाम लगा रहता है.
निविदाएं आमंत्रित
करीब छह महीने पहले टनल से जुड़ी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को स्वीकृति दी गई थी, लेकिन बाद में कुछ विशेषज्ञों ने कई तकनीकी बदलावों का भी सुझाव रखा था. शुरुआती डीपीआर में प्रोजेक्ट की कुल लागत 1545 करोड़ आंकी गई थी, लेकिन बाद में कुछ बदलाव किए गए. इसके बाद अब टनल की कुल लागत 1938.82 करोड़ रखी गई है.
4 साल में प्रॉजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य
मंत्रालय के निर्देशानुसार, एनएचएआई ने मंजूरी मिलने के बाद ही निविदा आमंत्रित कर ली है. 17 जुलाई तक निर्माण एजेंसियों से निविदा मांगी गई है. तय शर्तों के मुताबिक अगले चार वर्षों में प्रोजेक्ट को पूरा करना होगा. संबंधित निर्माण एजेंसी अगले 10 वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी उठाएगी.
8 किलोमीटर कम हो जाएगी दूरी
टनल के बनने पर तीनों हाईवे की दूरी करीब आठ किलोमीटर कम हो जाएगी. उत्तरी दिल्ली के रास्ते द्वारका एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे 48 पर पहुंचने वाले वाहन सीधे शिव मूर्ति होते हुए टनल के जरिए नेशनल हाईवे 148एई पर जा सकेंगे. इसके लिए अभी करीब 13 किलोमीटर चलना पड़ता है.
देश की सबसे चौड़ी टनल
नेशनल मंडेला मार्ग स्थित एनएच-148एई से शिव मूर्ति चौक स्थित एनएच-248 बीबी (द्वारका एक्सप्रेसवे) और एनएच-48 (दिल्ली-जयुपर) की दूरी करीब आठ किलोमीटर है. नेशनल हाइवे के चलते इस हिस्से में वाहनों का दबाव काफी अधिक रहता है, जिससे व्यस्त समय में जाम लगता है. कई बार इस दूरी को तय करने में 20-30 मिनट लग जाते हैं. टनल बनने से यह दूरी घटकर 4.983 किलोमीटर रह जाएगी. दावा किया जा रहा है कि नेल्सन मंडेला मार्ग पर बनने वाली टनल देश की सबसे चौड़ी टनल होगी. जिसका हर दिन तीन लाख वाहन इस्तेमाल कर सकेंगे.
टनल से जुड़ेंगे तीन हाइवे
इस टनल के बनने से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, दिल्ली-जयपुर, द्वारका एक्सप्रेसवे और नेल्सन मंडेला मार्ग आपस में जुड़ जाएंगे. टनल बनने से नेल्सन मंडेला मार्ग से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचने में कम समय लगेगा. 29 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे शिव मूर्ति से परखेडा होकर दिल्ली जयपुर हाईवे दौला टोल प्लाजा के पास जाकर मिलेगा. इसका दस किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में बन रहा है जबकि हरियाणा के हिस्से का 19 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे बन कर तैयार है. जैसे ही टनल तैयार होगी तो नेल्सन मंडेला मार्ग से वाहन टनल के रास्ते सीधे दिल्ली के बाहर निकल सकेंगे.
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