Delhi Food: दिल्ली 'दिल' वालों की है तो वहीं दिल्ली 'खाने' वालों की भी है. पुरानी दिल्ली की गलियों से लेकर करोल बाग और कनॉट प्लेस के रेस्टोरेंट और सड़क किनारे के छोले भटूरे जुबान को ललचा देते हैं. अभी शहर में कई नए रेस्टोरेंट जरुर खुल गए हैं, लेकिन राजधानी में कुछ रेस्टोरेंट्स देश की आजादी से पहले के हैं, तो कुछ आजादी के बाद के हैं जिनकी लोगों में आज भी धाक जमी हुई है. हम आपको दिल्ली के उन पुराने रेस्टोरेंट के बारे में बताते जा रहे हैं जो सालों से आज भी अपनी सेवा दे रहे हैं.
दिल्ली का करीम
अगर आप टेस्टी नॉनवेज मुगल खाना चाहते हैं तो एक बार करीम जरुर जाना चाहिए. पुरानी दिल्ली के करीम होटल का स्वाद ऐसा है कि यहां केवल दिल्लीवासी ही नहीं बल्कि देशभर और विदेशी सौलानी भी आते हैं. करीम होटल नॉनवेज मुगल खाने का स्पेशलिस्ट है. रेस्टोरेंट की स्थापना 1913 में जामा मस्जिद में हुई थी. यहां पर परोसा जाने वाला मुगलई खाना लोगों का दिल जीत लेता है.
क्वालिटी रेस्टोरेंट-दिल्ली
क्वालिटी रेस्टोरेंट 1940 में दिल्ली में स्थापित हुआ था. क्वालिटी रेस्टोरेंट नार्थ इंडियन खाने और मुगलई खाने की सर्विस देता है. अगर आप इस रेस्टोरेंट में जाएंगे, तो यहां की सजावट आपको काफी पुराने जमाने की दिखेगी. यहां का टेस्टी खाना लोगों को खूब लुभाता है. क्वालिटी रेस्टोरेंट पिछले 60 सालों से लगातार दिल्ली वालों को अनोखे स्वाद के साथ खाना परोस रहा है.
मोती महल- दिल्ली
मोती महल भारत की आजादी और विभाजन के दौरान स्थापित किया गया था. मोती महल रेस्टोरेंट इतना फेमस है कि गार्डन रामसे भी एक बार यहां आए थे. ये जगह पेशावरी खाने, तंदूरी और बटर चिकन के लिए प्रसिद्ध है. यही नहीं मोती महल को तंदूरी खाने के आविष्कार के लिए भी जाना जाता है. मोती महल रेस्टोरेंट ने सन 1947 में भारत में तंदूरी खाना पेश किया था. आज तंदूरी खाना लोगों की जुबान पर चढ़ गया है.
एम्बेसी रेस्टोरेंट एंड बार- दिल्ली
आज भले ही दिल्ली में कई नए-नए रेस्टोरेंट एंड बार खुल गए हों, लेकिन कोई रेस्टोरेंट एम्बेसी रेस्टोरेंट की ऑथेंसिटी को कम नहीं कर सकता. इस रेस्टोरेंट को 1948 में खोला गया था. रेस्टोरेंट को बड़े ही अच्छी तरह से सजाया गया है. यहां का चिकन काफी स्वादिष्ट होता है. आपको भी कभी एम्बेसी रेस्टोरेंट एंड बार जाने का मौका मिले तो जरुर जाएं.
भारतीय कॉफी हाउस- दिल्ली
इंडियन कॉफी हाउस दिल्ली में कनॉट पैलेस में सन 1957 में खोला गया था. यह दिल्ली में खाने के लिए फेमस जगहों में से एक है. यह कॉफी हाउस काफी सस्ता है. यह दिल्लीवासियों की पसंदीदा जगहों में से एक है, जहां लोग एक कप गर्मा-गर्म कॉफी का मजा लेने के लिए यहां आते हैं. भारतीय कॉफी हाउस में लोग आकर लंबी बातचीत और चर्चा करते हैं.