Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट राजकुमार के ख़िलाफ़ सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. राजकुमार पर आरोप है कि दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) के कहने पर उन्होंने ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) से 10 करोड़ रुपए की उगाही की.
उपराज्यपाल ने प्रीवेन्शन ऑफ करप्शन एक्ट, 1988 की धारा 17 ए के तहत सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. राजकुमार तिहाड़ जेल परिसर के जेल नंबर चार के सुप्रीटेंडेंट थे. सीबीआई ने पिछले साल नवंबर महीने में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस दर्ज करने की इजाजत मांगी थी. जिनपर सुकेश चंद्रशेखऱ समेत कई हाई प्रोफाइल कैदियों से करोड़ों रुपये उगाही करने के आरोप हैं. यह कथित उगाही कैदियों को जेल में सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर की जा रही थी.
जेल में चल रहा था उगाही का रैकेट
सुकेश चंद्रशेखऱ ने आरोप लगाया था कि उससे साल 2018 से 2021 के बीच में 10 करोड़ रुपये की उगाही की गई थी ताकि वह जेल में आरामदायक तरीके से और शांंति से रह सके. बताया जाता है कि तत्कालीन जेल अधीक्षक जेल के महानिदेशक का करीबी था और उन्होंने चंद्रशेखर से पैसा उगाही करने में मदद की थी. बताया जाता है कि इन पैसों की पेटीएम के जरिए उगाही करने की भी कोशिश की गई थी. राजनिवास ने यह दावा किया है. सीबीआई ने पहले यह दावा किया था कि दिल्ली की जेलों में जेल अधिकारियों और अन्य लोगों द्वारा उच्च स्तर का भ्रष्टाचार और उगाही का रैकेट चलाया जा रहा है. बता दें कि मंत्री सत्येंद्र जैन को मेडिकल ग्राउंड पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बेल मिली हुई है. वह जमानत पर बाहर हैं. उन्हें मई 2022 में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था.
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