Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को 'झीलों का शहर' बनाने के लिए तिमारपुर में 40 एकड़ में झील बनाई जा रही है, जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है. इस झील के पास ही इसकी पानी की आपूर्ति के लिए एक सीवेज प्लांट भी लगाया गया है, जो पानी को साफ कर के झील में डालेगा. विधानसभा से महज 1.5 KM की दूरी पर स्थित इस झील को पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जा रहा है, जहां लोग सैर-सपाटे के साथ पिकनिक भी मना सकेंगे.


पर्यटकों के लिए फूड-कैफे की सुविधा


तिमारपुर झील को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के क्रम में यहां पर फूड कैफे, ओपन एयर थियेटर, ऑडिटोरियम और बटरफ्लाई पार्क जैसी कई चीजें बनाई जा रही हैं. लोगों के लिए झील परिसर खुलने के बाद झील की सुंदरता के साथ ही यहां आने वाले लोग ओपन एयर थिएटर और सीटिंग एरिया की स्टेप प्लाजा जैसी सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे. आने वाले समय मे यह झील न केवल पिकनिक स्पॉट के रूप में लोगों का पसंदीदा स्थल बन जायेगा, बल्कि इस झील से आसपास के इलाके का ग्राउंड वाटर भी रीचार्ज किया जाएगा.


रोजाना 15-20 MN गैलन पानी रिचार्ज


तिमारपुर में झील परिसर के निर्माण के अलावा 5 एकड़ में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी विकसित किया जा रहा है. इस परियोजना के दूसरे चरण के तहत तिमारपुर झील परिसर में वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है. इस प्लांट में हर रोज 25 एमएलडी पानी का शोधन किया जाएगा. इस प्लांट के शोधित पानी का इस्तेमाल झील को भरने और ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करने में किया जाएगा. तिमारपुर झील से रोजाना 15 से 20 मिलियन गैलन पानी रिचार्ज होने की संभावना है.


12 झीलें नहीं हो सकतीं पुनर्जीवित


दिल्ली जल बोर्ड द्वारा 56 झीलों को पुनर्जीवित करने के काम की शुरुआत की गई है. जिनमें से नजफगढ स्थित 23 एकड़ और द्वारका पप्पन कलां स्थित 7 एकड़ में झील को पहले ही रीवाईव किया जा चुका है. जबकि तिमारपुर झील का काम पूरा होने वाला है. वहीं, सनोठ, रजोकरी, भलस्वा नारायणा, वसंतकुंज स्थित स्मृति वन, टिकरी खुर्द झील, दरियापुर, पुठ कलां झील और रोहिणी में कुछ झीलों को रीवाईव किया जाना है. जबकि 56 में से 12 झीलों को पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वहां इतना अधिक अतिक्रमण हो चुका है कि उसे हटाना मुश्किल है.


पर्यटन के साथ भूजल स्तर भी बढ़ेगा


राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत को दूर करने के प्रयास में केजरीवाल सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली को झीलों का शहर बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम जारी है. इस योजना के तहत झीलों के आसपास का क्षेत्र पर्यटन स्थलरूप में विकसित हो सकेगा. इतना ही नहीं, इससे भूजल स्तर में भी सुधार होगा.