Tirupati Temple Laddu News: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में मिलने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल होने की बात सामने आई है. इस जानकारी के सामने के बाद से ही देश भर में विरोध और नाराजगी बढ़ती जा रही है. इस बीच दिल्ली कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि इसकी सही तरीके से जांच होनी चाहिए.


कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तिरुपति प्रसादम विवाद पर एएनआई से बात करते हुए कहा, "यह मामला बहुत गंभीर है. सरकार को इस मामले की और गंभीरता से जांच करनी चाहिए. दो तीन और लैब में इसकी जांच करानी चाहिए. तिरुपति के लड्डू पूरे देश में प्रसिद्ध हैं, हर कोई इसका सेवन करता है. यह आस्था से जुड़ा मामला है, मैं चाहता हूं कि इसकी सही तरीके से जांच हो."


संदीप दीक्षित ने कहा, "इस मुद्दे पर राजनीति तो होगी क्योंकि यह इतना बड़ा तीर्थस्थल है, लेकिन किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले यह पता चलना चाहिए कि इसकी कॉन्ट्रैक्टिंग किसने की. किस सिस्टम से कहां से की और तब पूरी सच्चाई पता चलेगी."






क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस मामले पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू की टिप्पणी सामने आई थी. उन्होंने सनसनीखेज आरोप लगाया था कि पिछली सरकार के कार्यकाल में लड्डू प्रसाद बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी. इन टिप्पणियों को लेकर सत्तारूढ़ टीडीपी और विपक्षी वाईएसआरसीपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई. साथ ही देशभर विरोध और नाराजगी बढ़ती जा रही है.


इस बीच टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की ओर से उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है. उन्होंने कथित लैब रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें दिए गए घी के सैंपल में 'पशु की चर्बी', 'लार्ड' (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है. बता दें सैंपल लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 और लैब रिपोर्ट 16 जुलाई की थी.



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