DU Admission: दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले साल से एंट्रेंस टेस्ट से होंगे एडमिशन, एकेडमिक काउंसिल ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
DU Admission 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले साल से एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पास करना होगा. शुक्रवार को हुई एकेडमिक काउंसिंल की बैठक में इस प्रस्तार को मंजूरी दे दी गई है.
DU Admission 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) की अकादमिक परिषद (Academic Council ) ने शुक्रवार को अगले एकेडमिक सेशन से अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) शुरू को मंजूरी दे दी. बता दें कि एकेडमिक काउंसिंल की बैठक में कुछ सदस्यों ने इसका विरोध भी किया बावजूद इसके प्रस्ताव पारित कर दिया गया. इस मुद्दे पर अब 17 दिसंबर को होने वाली कार्यकारी परिषद की बैठक में चर्चा की जाएगी.
एकेडमिक काउंसिंल ने सीयूसीईटी को मंजूरी दी
बता दें कि 100 सदस्यों वाली एकेडमिक काउंसिंल ने एडमिशन रिफॉर्म पर विचार-विमर्श करने के लिए अक्टूबर में गठित नौ सदस्यीय डीयू समिति द्वारा प्रस्तुत सिफारिशों पर चर्चा के बाद एजेंडा पारित किया. इसी के साथ शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से अंडरग्रेजुएट (UG), पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्सेज में एडमिशन के लिए एक क्राइटेरिया के रूप में विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने सीयूसीईटी को मंजूरी दी.
नौ सदस्यीय पैनल ने एंट्रेंस एग्जाम की सिफारिश की थी
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने पहले नौ सदस्यीय पैनल का गठन किया था, जिसने सिफारिश की थी कि प्रवेश प्रक्रिया में 'पर्याप्त निष्पक्षता' सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित करे. यह कदम बड़ी संख्या में छात्रों, विशेष रूप से केरल के शत-प्रतिशत स्कोर करने वालों के दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन पाने के बैकड्रॉप में आया है.
परीक्षा डीन डीएस रावत की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में ज्यादा एडमिशन और कम एडमिशन के मुद्दे की जांच की और पाठ्यक्रमों में एडमिशन के बोर्ड-वार डिस्ट्रिब्यूशन की भी जांच की, और अपनी प्रोविजनल रिपोर्ट में एंट्रेस एग्जाम बेस्ड एडमिशन प्रोसेस की वकालत की.
UGC ने कहा था सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में UG-PG एडमिशन के लिए CET हो सकता है
वहीं यूजीसी ने पहले कहा था कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के माध्यम से आयोजित किया जा सकता है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने यह भी कहा है कि पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए जहां भी संभव हो, नेट स्कोर का उपयोग किया जाएगा.
ये भी पढ़ें