(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kisan Mahapanchayat: 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी, संयुक्त किसान मोर्चा ने की घोषणा
Farmer Protest: 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. मार्च महीने में किसानों ने संसद तक मार्च निकालने का फैसला किया है. जिसकी तारीख का ऐलान जींद में होने वाली महापंचायत में लिया जाएगा.
Farmer Protest: संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक करनाल (Karnal) के गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में आज संपन्न हुई. बैठक में 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकालकर जिलाधीश को ज्ञापन देने तथा हरियाणा के जींद में विशाल किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) करने का निर्णय लिया गया.
26 जनवरी के कार्यक्रमों के माध्यम से संयुक्त किसान मोर्चा, केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा किसानों के खिलाफ 26 जनवरी 2021 को किए गए षडयंत्र और हिंसा की जानकारी किसानों को देगा तथा किसानों की एकजुटता प्रदर्शित करते हुए एमएसपी (MSP) की कानूनी गारंटी, सम्पूर्ण कर्जा मुक्ति, 50 बीमा राशि दिलाने, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने, लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के षड्यंत्रकर्ता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ट्रेनी के इस्तीफे, दिल्ली में किसानों पर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमों को रद्द करने की मांग के साथ साथ स्थानीय मुद्दों को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा.
किसानों के संसद मार्च निकालने का निर्णय
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि जिला स्तर पर किसान संगठन गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर राष्ट्र ध्वज फहराने के शासकीय कार्यक्रम के बाद ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. बैठक में संसद के बजट सत्र (Budget Session) के दौरान किसानों के संसद (Parliament) मार्च निकालने का निर्णय लिया गया, जिसकी मार्च माह में तारीख का ऐलान 26 जनवरी को जींद में किया जाएगा. जिसमें सरकारों द्वारा किसानों के खिलाफ लगाए जा रहे फर्जी मुकदमें वापस लेने तथा पुलिस दमन बंद करने की मांग की गई.
किसानों के समर्थकों के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की निंदा
संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर में चल रहे किसान आंदोलनों (Farmer Protest)
का समर्थन किया. पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चा का समर्थन करने वाले कलाकारों कंवर ग्रेवाल और रंजीत बाबा (Ranjeet Baba) के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही छापे की कार्रवाई की निंदा की गई तथा मलब्रोस इंटरनेशनल प्राईवेट लिमिटेड की शराब फैक्ट्री बंद करने के लिए 5 महीने से चल रहे आंदोलन का समर्थन करने की घोषणा की गई. साथ ही मोर्चा ने मध्यप्रदेश के रीवा जिले में 80 दिन से चल रहे सूअर पालकों के आंदोलन को भी समर्थन किया है.
संसद में केंद्र सरकार द्वारा इलेक्ट्रिसिटी बिल पेश करने का विरोध
संयुक्त किसान मोर्चा (Kisan Morcha) ने हरियाणा के किसानों की कृषि उपज पर अतिरिक्त मंडी शुल्क थोपने तथा केंद्र सरकार द्वारा इलेक्ट्रिसिटी बिल (Electricity Bill) संसद में पेश करने का विरोध करते हुए इसे किसानों के साथ धोखा बताया. मोर्चा की मार्गदर्शिका तय करने के लिए 9 फरवरी को कुरुक्षेत्र में बैठक करने का निर्णय लिया गया. इस बैठक संचालन मंडल अध्यक्ष द्वारा किया गया। जिसमें पंजाब से जोगिंदर सिंह उग्रहां, केरल से बीजू कृष्णन, राजस्थान से रंजीत राजू, मध्य प्रदेश से डॉ सुनीलम, आंध्र प्रदेश से राऊला वेंकैया और मध्यप्रदेश के डॉ सुनीलम शामिल थे.
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