Delhi News: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एनसीआरटीसी ने साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच नमो भारत ट्रेन का ट्रायल रन शुरू कर दिया है. यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि नमो भारत ट्रेन अब दिल्ली में प्रवेश कर रही है, जिससे कॉरिडोर का दिल्ली सेक्शन, पहले से संचालित साहिबाबाद-मेरठ साउथ खंड से जुड़ने वाला है.


दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा में मिलेगी सुविधा


साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर सेक्शन के बीच ट्रायल रन शुरू होने से दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी. नमो भारत ट्रेन की गति और सुरक्षा का परीक्षण करने के लिए व्यापक ट्रायल रन की योजना है. वर्तमान में नमो भारत ट्रेन सेवाएं साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक 42 किलोमीटर के खंड में संचालित हैं. इस खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ कुल नौ स्टेशन शामिल हैं.


साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक नमो भारत ट्रेनें चलने से आरआरटीएस के संचालित खंड की लंबाई बढ़कर 54 किलोमीटर हो जाएगी, जिसमें 11 आरआरटीएस स्टेशन होंगे. दिल्ली सेक्शन में न्यू अशोक नगर, आनंद विहार और सराय काले खां, तीन आरआरटीएस स्टेशन स्टेशन हैं. न्यू अशोक नगर से सराय काले खां स्टेशन के बीच के खंड में निर्माण के अंतिम चरण में है और ट्रैक बिछाने की गतिविधियां प्रगति पर हैं.


दिल्ली सेक्शन में विद्युत आपूर्ति


वहीं, दिल्ली सेक्शन के आनंद विहार और न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशनों में विद्युत आपूर्ति शुरू हो गई है. इन स्टेशनों में स्थापित सहायक सब-स्टेशनों (एएसएस) को 33 केवी क्षमता पर चार्ज कर दिया गया है, जिससे स्टेशन की विद्युत प्रणाली, एएफसी सिस्टम और अन्य तकनीकी कार्यों के लिए विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो गई है. यह विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गाज़ियाबाद रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) से 33 केवी क्षमता वाली केबल आनंद विहार और न्यू अशोक नगर स्टेशन तक वायडक्ट एवं टनल के माध्यम से पहुंचाई गई है.


एनसीआरटीसी की उपलब्धियां


गौरतलब है कि, एनसीआरटीसी ने हाल ही में जर्मनी में यूआईसी सस्टेनेबिलिटी इम्पैक्ट अवार्ड्स 2024 में सर्वश्रेष्ठ ट्रांजिट अवार्ड और ओवरऑल विनर समेत दो अवार्ड जीते हैं. यह अवार्ड एनसीआरटीसी की स्थायित्व और पर्यावरण अनुकूलता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. एनसीआरटीसी की यह उपलब्धि देश में सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.


जून 2025 तक पूरे कॉरिडोर को संचालित करने की योजना


जून 2025 की लक्षित समय सीमा तक 82 किलोमीटर का सम्पूर्ण कॉरिडोर संचालित हो जाने पर यात्री एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा कर सकेंगे. यह कॉरिडोर दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा को तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित बनाएगा. इसके अलावा, यह कॉरिडोर दोनों शहरों के बीच आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देगा.


एनसीआरटीसी की यह परियोजना देश के अन्य हिस्सों में भी सार्वजनिक परिवहन के विकास के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगी और देश में सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगी. जिसमें आधुनिक तकनीक और सुविधाओं का उपयोग करके यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी.


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