International Sign Languages Day: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से 23 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय संकेत भाषा दिवस ( International Day of Sign Languages) के अवसर पर वाद-विवाद, क्विज सहित विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित कर इसके बारे में जागरूकता फैलाने को कहा है. यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने 22 सितंबर को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कॉलेजों के प्राचार्यो को पत्र लिखा है.
पत्र में लिखा है कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से अनुरोध किया जाता है, कि वे अपने संस्थान के भीतर और बाहर संकेत भाषा को लेकर जागरूकता फैलाए. साथ ही इसमें अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करें.
संकेत भाषा हमें एकजुट करती है
पत्र में आयोग ने संकेत भाषा दिवस पर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से कई कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया है. इसके तहत संकेत भाषा हमें एकजुट करती है. इस विषय पर कर्मचारियों और इसमें हिस्सा लेने वालों से वीडियो रिकार्ड करने को कहा गया है. इसके अलावा संकेत भाषा दिवस पर वाद-विवाद, क्विज सहित अन्य प्रतियोगिता आयोजित करने और जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का भी सुझाव दिया गया है.
जागरूकता फैलाने के लिये आयोजन
पत्र में आगे कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर 2017 के प्रस्ताव के माध्यम से 23 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय संकेत भाषा दिवस घोषित किया था. संकेत भाषा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये 'वर्ल्ड फेडरेशन आफ द डैफ' हर साल संकेत भाषा दिवस आयोजित करने के लिये किसी विषय का सुझाव देती है. इस साल का विषय है 'संकेत भाषा हमें एकजुट करती है.'
19-25 सितंबर अंतरराष्ट्रीय मूक बाधिर सप्ताह
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन के सशक्तिकरण से जुड़े विभाग ने 23 सितंबर को संकेत भाषा दिवस को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मनाने का निर्णय किया है. संकेत भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए 19 से 25 सितंबर तक अंतरराष्ट्रीय मूक बाधिर सप्ताह मनाया जा रहा है. वहीं इसका मुख्य कार्यक्रम 23 सितंबर को आयोजित किया जायेगा.
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