Union Budget 2024: केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से आज सातंवी बार बजट पेश किया गया. जहां सत्ता पक्ष के नेताओं का दावा है कि ये बजट गरीबों, किसानों का बजट है, वहीं विपक्ष का कहना है कि इस बजट से किसानों को खास फायदा नहीं मिलने वाला है. इस बीच राजनीतिक विश्लेषक और स्वराज इंडिया से जुड़े योगेंद्र यादव ने दावा किया है कि हर साल मोदी सरकार खेती के खर्च को कम किया है. इसके साथ ही उन्होंने पिछले छह सालों के आंकड़े भी पेश किए हैं. 


योगेंद्र यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "बजट का सच- खेती किसानी के खर्च में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें साल जारी. 2019 में किसान सम्मान निधि की घोषणा के बाद से बजट में कृषि+ का हिस्सा 5.44 फीसदी से घटते हुए क्रमशः 5.08 फीसदी, 4.26 फीसदी, 3.82 फीसदी, 3.20 फीसदी हुआ. इस बजट में और घटकर सिर्फ 3.15 फीसदी है. अन्नदाता पर डायलॉग जितने मर्ज़ी सुन लो इनसे."


 






योगेंद्र यादव ने पेश किए आंकड़े
पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स योगेंद्र यादव ने आंकड़े पेश कर दावा किया, "साल 2019-20 के बजट में बजट का 5.44 फीसदी कृषि पर खर्च हुआ, 2020-21 में बजट का 5.08 फीसदी कृषि पर खर्च किया गया, 2021-22 के बजट में 4.26 फीसदी कृषि पर खर्च किया गया, 2022-23 में बजट का 3.84 फीसदी कृषि पर खर्च हुआ. 2023-24 में बजट का 3.20 फीसदी किसानों पर खर्च किया गया और 2024-25 में बजट का 3.15 फीसदी किसानों पर खर्च किया गया."


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