Delhi News: दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग में तैनात जिस आईएएस अधिकारी के तबालदे को लेकर केंद्र और​ दिल्ली सरकार के बीच लंबे अरसे से जारी तनातनी का आज अंत हो गया. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुद आशीष मोरे का तबादला कर उन्हें लद्दाख भेज दिया. आईएएस अधिकारी मोरे दिल्ली सरकार से जुड़े कई मामलों में जांच की वजह से सुर्खियों में रहे. वह दिल्ली सरकार के सेवा विभाग में सचिव के पद पर तैनात थे. ऐसा माना जा रहा था कि वो ​सेवा विभाग में नियुक्त गृह मंत्रालय पसंदीदा अधिकारी हैं. 


आईएएस मोरे सबसे ज्यादा सुर्खियों में उस समय आये, जब दिल्ली के सेवा विभाग पर नियंत्रण के मामले में 11 मई को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के 6 घंटे के अंदर सीएम अरविंद केजरीवा की सरकार ने सबसे पहले मोरे के तबादले का ही आदेश जारी किया था. इस फैसले को लेकर उस समय दिल्ली सरकार और एलजी ऑफिस के बीच तनातनी चरम पर पहुंच गई थी. दिल्ली सरकार सर्विसेज विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आशीष मोरे के बीच जांच को लेकर बहुत छोटे और बेहद तल्ख संबंध रहे. जिस समय दिल्ली सराकर और मोरे के बीच तल्ख संबंध थे उसी समय यानी अध्यादेश आने से पहले सिविल सर्विसेज बोर्ड बैठक में उनके तबादले का प्रस्ताव भी पास हुआ था. इस बीच केंद्र सरकार की ओर से 19 मई को अध्यादेश जारी होने की वजह से उस पर अमल नहीं हो पाया. उसके बाद से ही मोरे सतकर्तता विभाग में अपने पद पर लगातार बने हुए थे. 




2005 बैच के आईएएस अधिकारी हैं आशीष मोरे


बता दें कि आशीष मोरे AGMUT कैडर के 2005 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनका तबादला कर लद्दाख भेज दिया है. वह साल 2021 से दिल्ली सरकार सामान्य प्रशासन विभाग में सचिव पद पद तैनाथ थे.आशीष मोरे जिस विभाग में सचिव थे अधिकारियों के तबादले की जिम्मेदारी उसी विभाग की होती है. 


यह भी पढ़ें: Delhi Ordinance Bill: 'बीजेपी कोई मौका नहीं चूकेगी', सौरभ भारद्वाज की BJD-YSR को चेतावनी, कहा- इनकी अपनी अलग राजनीति