Delhi Meerut RRTS: आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कल देश की पहली आरआरटीएस परियोजना का दौरा किया. इस दौरान उनके साथ एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे. परियोजना के दौरे के क्रम में सबसे पहले वे आईएनए स्थित गति शक्ति भवन में एनसीआरटीसी के मुख्यालय पहुंचे. जहां एनसीआरटीसी अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्हें देश की पहली दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के कार्यान्वन की अब तक कि प्रगति एवं परियोजना की विशेषताओं के बारे में बताया.


इस दौरान एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि परियोजना का क्रियान्वयन सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए तय समय-सीमा के भीतर किया जा रहा है. दिल्ली-मेरठ मार्ग पर आरआरटीएस निर्माण के बीच इस मार्ग पर शुरू होने जा रहे कांवड़-यात्रा के दौरान, सुगमता के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में भी अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया. 


नमो भारत ट्रेन से यात्रा कर साहिबाबाद से पहुंचे दुहाई


मुख्यालय में अधिकारियों से मुलाकात और परियोजना की जानकारी लेने के बाद मंत्री तोखन साहू, साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने स्टेशन पर कार्यरत महिला स्टेशन कंट्रोलर एवं अन्य कर्मियों से नमो भारत ट्रेन यात्रा को सुगम बनाने में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जाना. जिसके बाद वे अधिकारियों के साथ साहिबाबाद स्टेशन पर नमो भारत ट्रेन में सवार हो कर दुहाई डिपो पहुंचे. 


आरआरटीएस अधिकारियों ने उन्हें बताया कि नमो भारत ट्रेन जो अधिकतम 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है और अब तक 17 लाख से अधिक यात्री इसका लाभ उठा चुके हैं. इसके साथ ही उन्हें, यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए नमो भारत ट्रेन में विशेष प्रीमियम कोच, सामान रखने की रैक की सुविधा, हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा, दिव्यागों के लिए व्हीलचेयर के विशिष्ट स्थान, फूड वेंडिंग मशीन और आपातकालीन चिकित्सा पारगमन के लिए स्ट्रेचर के स्थान के प्रावधानों से भी अवगत कराया गया.


वर्कशॉप और इंस्पेक्शन-बे-लाइन का लिया जायजा


दुहाई पहुंचने के बाद उन्होंने, वहां डिपो की वर्कशॉप और इंस्पेक्शन-बे-लाइन (आईबीएल) को देखा और वहां काम कर रहे कर्मियों से मुलाक़ात कर उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली. वहीं उन्होंने दुहाई डिपो स्थित सेंटर फॉर इनोवेशन, 'अपरिमित' का भी दौरा किया तथा अत्याधुनिक एआर-वीआर लैब को देखा.  


तय समय में आआरटीएस का काम होगा पूरा 


अधिकारियों ने उन्हें बताया कि इस परियोजना के क्रियान्वयन में कई अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है. इनमें से कई तकनीक ऐसी हैं, जिनका न सिर्फ भारत में बल्कि विश्व में भी पहली बार प्रयोग किया जा रहा है, जो मेक-इन-इंडिया के अंतर्गत लागू किया जा रहा है. परियोजना पर काम तेजी से जारी है और तय समय पूरा होने की संभावना है. इस दौरान उन्होंने दुहाई डिपो परिसर में पौधा रोपण भी किया.


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