Noida News: ट्विन टावर में लगे 3700 किलोग्राम विस्फोटक, 2 दिन में पूरी हो जाएगा फाइनल टेस्ट
UP News: ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट हेड उत्कर्ष मेहता ने बताया कि सभी गणनाएं कर ली गई हैं, इसके गिरने से किसी को भी कोई नुकसान नहीं होगा.
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा सेक्टर 93A में बने सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) में विस्फोटक लगने का काम पूरा हो चुका है, दोनों टावर में करीब 3700 किलोग्राम विस्फोटक लगाया गया है. जिन पिलरों में विस्फोटक लगाया गया है फिलहाल विशेषज्ञों की टीम उन पिलरों की जांच करेगी, उसके बाद हर फ्लोर पर लगे विस्फोटक को तारों से जोड़ा जाएगा और तारों से जोड़ने के बाद एक बार फिर से जांच की जाएगी. इस जांच में सब सही पाने के बाद वहां पर निशान लगा दिए जाएंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि 28 अगस्त को ब्लास्ट के जरिए ट्विन टावर (Twin Tower) को गिरा दिया जाएगा.
2-3 दिन में पूरी हो जाएगी आखिरी जांच
ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग (Edifice Engineering) के प्रोजेक्ट हेड उत्कर्ष मेहता (Utkarsh Mehta) ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि दोनों टावरों में विस्फोटक लगने का काम पूरा हो गया है, उन्होंने बताया कि थोड़ा सा विस्फोटक बच गया था जिसे वापस पलवल भिजवा दिया गया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि पहले सियान टावर में विस्फोटक लगाया गया जिसके बाद एपेक्स में भी विस्फोटक लगने का काम बीते दिन पूरा हो गया. वहीं आगे के काम को लेकर उन्होंने बताया कि अब दोनों टावर के पिलर की बारी-बारी जांच की जाएगी इसके बाद दोनों टावरों में लगे विस्फोटकों को जोड़ा जाएगा. विस्फोटकों को तार से जोड़ने के बाद एक बार फिर उसकी जांच की जाएगी इस काम में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है.
टावर को ढंकने के लिए हुआ 116 किमी कपड़े का इस्तेमाल
उत्कर्ष मेहता ने बताया कि जिस गति से काम जारी है उस हिसाब से 28 अगस्त के दिन ट्विन टावर को गिरा दिया जाएगा, उन्होंने बताया कि ट्विन टावर को ढकने के लिए 116 किलोमीटर लंबे कपड़े का इस्तेमाल हुआ है, जिस फ्लोर पर कपड़ा लगा है उस फ्लोर पर विस्फोटक का काम पूरा हो चुका है. वहीं ट्विन टावर को गिराने के लिए वाटर फ्लो तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, इसमें टावर पानी के फ्लो की तरह नीचे आ जाएगा. टावर्स के गिरने को लेकर उन्होंने बताया कि कंपनी ने सभी कैल्कुलेशन्स कर ली हैं और किसी को भी इससे नुकसान नहीं होगा. महज 6 सेकेंड में दोनों टावर को गिरा दिया जाएगा.
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