Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में तीन एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) खुद से बनाने के फैसले के बाद अब प्राधिकरण ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं. करीब 4.70 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ये एफओबी छह माह में बन जाएंगे. दरअसल, कलेक्ट्रेट के पास ही पुलिस दफ्तर, जिला कोर्ट, वाणिज्यकर विभाग समेत कई ऑफिस बने हुए हैं. दफ्तरों तक जाने के लिए लोगों को सूरजपुर-कासना रोड पार करना पड़ता है. इस रास्ते पर वाहनों की आवाजाही दिन भर बनी रहती है.


जगत फॉर्म के सामने ईशान इंस्टीट्यूट की तरफ भी बड़ी तादाद में लोग रोड को पार करते हैं. इससे वाहनों की आवाजाही भी बाधित होती है. कैलाश अस्पताल के सामने भी सड़क पार करने वालों की भीड़ लगी रहती है. प्राधिकरण इन तीनों जगहों पर बीओटी (बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के आधार पर एफओबी बनवाना चाह रहा था, लेकिन कंपनियों ने कम रुचि दिखाई. इसके चलते ग्रेटर नोएडावासियों की जरूरत को देखते हुए सीईओ नरेंद्र भूषण ने प्राधिकरण की तरफ से तीनों एफओबी बनवाने का निर्णय लिया.


छह माह में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण प्राधिकरण करेगा पूरा


परियोजना विभाग ने टेंडर जारी कर दिए हैं. महाप्रबंधक परियोजना एके अरोड़ा ने बताया कि 17 दिसंबर से ही ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं. आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर है. 03 जनवरी को प्री क्वालीफिकेशन बिड खुलने के बाद फाइनेंशियल बिड होगी. उसके माध्यम से कंपनी का चयन कर एफओबी का निर्माण कराया जाएगा. काम शुरू होने के बाद पूरा होने में करीब छह माह लगेंगे. दिव्यांगों, गर्भवती महिलांओं और बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए तीनों एफओबी में लिफ्ट/स्केलेटर की भी सुविधा रहेगी. 


चीरसी, अस्तौली में स्मार्ट विलेज फेज वन के कार्य जल्द होंगे शुरू 


एफओबी के साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सिरसा, चीरसी और अस्तौली को स्मार्ट विलेज बनाने की भी तैयारी शुरू कर दी है. प्राधिकरण ने 23 कार्यों के लिए 41.47 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन आने वाले गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने की परियोजना पर काम शुरू हो चुका है. पहले चरण में 14 गांवों को स्मार्ट बनाने की योजना है. प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर परियोजना विभाग ने सिरसा, चीरसी और अस्तौली को स्मार्ट विलेज बनाने का टेंडर जारी किया है.


इन तीनों पर करीब 8.26 करोड़ रुपये खर्च होंगे. स्मार्ट विलेज के अंतर्गत इन गांवों में सड़कें, ड्रेनेज, सीवरेज, जलापूर्ति और बिजली के कार्य, सामुदायिक केंद्र, पंचायत घर, प्राथमिक विद्यालय का विकास, हॉर्टिकल्चर, लैंड स्कैपिंग के कार्य, वाई-फाई की सुविधा, खेल के मैदान का विकास, तालाबों का संरक्षण आदि कार्य होंगे. इसके अलावा एलजी रोटरी से साईं मंदिर रोटरी और डीपीएस रोटरी से प्राधिकरण रोटरी तक 60 मीटर रोड की री-सर्फेसिंग कराई जाएगी. एसीसी प्लांट से तिगरी गेट तक सेंट्रल वर्ज, रोड साइड ग्रीनरी और 20 मीटर चौड़ी रोड पर पेड़ पौधे लगाने के साथ ही सिविल कार्य भी होने हैं.


105 मीटर टी प्वांइट से एलजी रोटरी व दुर्गा टाकीज रोटरी से सूरजपुर टी प्वाइंट तक सेंट्रल वर्ज, ग्रीन बेल्ट, फूड प्लाजा आदि पर लगे पेड़ पौधों के रखरखाव के कार्य होंगे. घंघोला में आबादी भूखंडों का विकास, सेक्टर बीटा वन के सामुदायिक केंद्र की मरम्मत आदि कार्य भी इसी टेंडर में शामिल हैं. जीएम प्रोजेक्ट एके अरोड़ा ने इन कार्यों की टेंडर प्रक्रिया को शीघ्र पूरा कर निर्माण जल्द शुरू कराने की बात कही है. 


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