CAQM: सीएक्यूएम ने दिल्ली को छोड़कर अब एनसीआर में खुलने वाले नए उद्योगों को राहत दी है. दरअसल सीएक्यूएम यानी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एनसीआर में खुलने वाले नए उद्योगों में बायोमास ईंधन को इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है. इससे पहले सीएक्यूएम के निर्देशों पर उद्योगों को पाइप्ड नेचुरल गैस यानी पीएनजी पर चलाया जा रहा था. अब बायोमास ईंधन को विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसको लेकर सीएक्यूएम के सदस्य सचिव अरविंद नौटियाल ने दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश और इसके साथ राजस्थान सरकार को नए निर्देश जारी किये हैं.
सीएक्यूएम ने फरवरी में दिया था पहला निर्देश
सीएक्यूएम ने इससे पहले फरवरी महीने में एनसीआर में 30 सितंबर तक उद्योगों को गंदे ईंधन पर काम करने की जगह पूरी तरह से पीएनजी और स्विच करने को कहा था. पीएनजी के विकल्प के तौर पर बायोमास ईंधन पर स्विच करने को कहा था. इसके बाद एक बार फिर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने नई दिशा निर्देश जारी करते हुए सभी नए उद्योगों को वैकल्पिक ऑप्शन के तौर पर बायोमास ईंधन इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है.
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करना होगा मानकों का पालन
सीएक्यूएम के नए निर्देश की जानकारी देते हुए नोएडा के यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि सीएक्यूएम ने एनसीआर में बायोमास ईंधन का इस्तेमाल करने वाले उद्योगों को एक और निर्देश जारी किया है. जिसके तहत जो उद्योग बायोमास ईंधन वाले बायलरों का इस्तेमाल करते हैं उन्हें 80 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पार्टिक्यूलेट मैटर एक्सट्रैक्शन के मानकों का पालन भी करना होगा.
प्रदूषण पर लगेगी रोक
वहीं सीएक्यूएम के मुताबिक बायोमास ईंधन का इस्तेमाल पर्यावरण के लिए कोयल, डीजल-पेट्रोल और बाकी तेलों की तुलना में कम नुकसानदायक है. एक तो बायोमास को ईंधन की तरह इस्तेमाल करने से बड़ी मात्रा में भूसे और पराली का निपटान होगा। इसके साथ उनके खुले में नहीं जलने की वजह से प्रदूषण पर भी रोक लगेगी.
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